सीएम जयराम का बजट सिर्फ झूठे आंकड़ों का मायाजाल: मुकेश अग्निहोत्री

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उज्जवल हिमाचल। शिमला

विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बजट को राज्यपाल के अभिभाषण की तरह झूठे आंकड़ों का मायाजाल करार दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 में जब अर्थव्यवस्था धरातल पर पहुंच गई है तो फ़िर हिमाचल की अर्थव्यवस्था में 8.3 फ़ीसदी वृद्धि का अनुमान कैसे लगाया जा सकता है। सरकार कर्ज़ की वैसाखियों के सहारे चलेगी।

बजट के मुताबिक 100 रुपए में से 26 रुपए पेंशन पर, 15 रुपए पेंशन पर , 10 रुपए ब्याज अदायगी पर, 11 रुपए ऋण अदायगी पर, जबकि स्वायत संस्थान की ग्रांट के लिए 9 रुपए ख़र्च होंगे। ऐसे में 29 रुपए बचते है उनसे क्या विकास होगा। सरकार कर्ज़ चुकाने के लिए भी कर्ज़ ले रही है।

बजट में 30 हज़ार नौकरियां देने की बात की गई है, जिस पर मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर आरोप लगाया कि अब तक के कार्यकाल में सरकार रोजगार देने में पूरी तरह से फेल साबित हुई। ऐसे में 6 महीने में कहां से नौकरी देगी। वहीं, बजट में महंगाई पर काबू पाने के लिए भी किसी कोई बात नहीं की गई। जिस पर मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार महंगाई पर काबू पाने के लिए भी पूरी तरह से फेल हुई।

अग्निहोत्री ने कहा कि बजट में महंगाई को कम करने का कोई भी जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह बजट घाटे का बजट है। इस बजट के बाद यह अंदेशा भी है कि सरकार आने वाले समय में भारी कर्ज लेगी, जिससे प्रदेश पर और ज्यादा आर्थिक बोझ पड़ेगा।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछले बजट में विकास पर 44% पैसा विकास पर खर्च होने के लिए रखा गया था, जबकि इस बजट में विकास पर मात्र 29% पैसा ही रखा गया। ऐसे में प्रदेश में विकास पूरी तरह से खत्म होने की कगार पर है।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का फोकस सिर्फ चंद रियायतें बांटने तक ही सीमित हो चुका और पुरानी बातों को ही इस बजट में रिपीट किया गया। उन्होंने कहा कि यह जयराम सरकार का अंतिम बजट लिहाजा सरकार को ऐसा बजट पेश करने से कोई फर्क नहीं पड़ता। आर्थिक बोझ आगामी कांग्रेस सरकार पर ही पड़ेगा।