फर्जीवाड़ा : विश्व तंबाकू विरोधी दिवस मनाने का लैक्चर दिया और फुर्रर हो गए अधिकारी

अखिलेश बंसल। बरनाला

जिला सेहत विभाग द्वारा लंबे समय से खानापूर्ती करके जिला को सेहतमंद बताने कता सिलसिला जारी है, जिसके एवज में सरकार से मुफ़्त में वाह-वाह भी करवाई जा रही है, जिसकी ताजा मिसाल सेहत विभाग बरनाला की तरफ से आयोजित किए गए विश्व तंबाकू विरोधी दिवस के मौके पर देखने को मिली, जब विभाग अधिकारियों की ओर से दो स्थानों पर पहुंच कर मजदूरों को एकत्रित कर उन्हें तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करने के लैक्चर दिए। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि सेहत अधिकारी अपना लैक्चर खत्म करते ही फुर्रर हो गए, लेकिन समय की जरूरतानुसार किसी को ना सैनेटाईजर दिए और ना ही सरकार द्वारा हर जिला को भेजे हुए मास्क दिए।

यह दिया गया लैक्चर
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व तंबाकू दिवस के मौके पर ‘तंबाकू हटाओ-जीवन बचाओ’ स्लोगन के अधीन सेहत विभाग के मास मीडिया विंग में शामिल मास मीडिया अधिकारी पवन कुमार, डिप्टी मास मीडिया अफसर कुलदीप सिंह, जिला बीसीसी को-आर्डीनेटर डॉ हरजीत सिंह की तरफ से तंबाकू के बुरे प्रभावों से लोग को जानकारी दी गई।

लोगों को बताया कि तंबाकू का इस्तेमाल जानलेवा है और हुक्को के सामूहिक इस्तेमाल से कोविड-19 तेजी से फैलता है। सिग्रेटनोशी फेफड़े, दिल और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाती है, ई-सिग्रेट से फेफड़ों के संक्रमण और बीमारी का खतरा बढ़ जाता है और शरीर की रोगों से लडने की पॉवर कम हो जाती है। गुटखे और पान मसालो का प्रयोग करके बार-बार थूकने से कोविड -19 के फैलने का खतरा भी बढ़ता है।

दो स्थानों पर प्रोग्राम, नतीजा जीरो
सेहत विभाग की मास मीडिया टीम द्वारा बरनाला के दो सार्वजनिक स्थलों (नशा मुक्ति केंद्र और लेबर चौक पर प्रोग्राम किये गए। इकट्ठा किए गए मजदूरों को लैक्चर दिए, परंतु उन्हें न तो कोई विशेष किस्म की दवा लेने या इलाज करवाने के बारे में बताया गया और न ही उनको समय की जरूरतानुसार सैनिटाईजर या मास्क दिए गए, जिसको देखते हुए दोनों स्थानों पर मजदूर लोग निराश रहे।

जुर्माने बरकरार, प्रबंध नहीं
बेशक तंबाकू का इस्तेमाल हर तरह से खतरनाक है, परंतु इसके उत्पादन पर ही पाबंदी लगाने की जगह सेहत विभाग द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू का प्रयोग करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। बताने योग्य है कि सेहत विभाग बरनाला की तरफ से पिछले तीन साल में 8074 चालान किए गए हैं और 55 हजार 165 रुपए का जुर्माना किया गया है, जबकि लोग तम्बाकू का इस्तेमाल करें ही नहीं के बारे में सार्थक व ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे।

यह कहते हैं अधिकारी
सेहत विभाग से संबंधित जिला बीसीसी को-आर्डीनेटर डा. हरजीत सिंह ने स्वीकार किया है कि जिन लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर लैक्चर दिया गया उनमें से कोई भी मौके पर तंबाकू का सेवन नहीं कर रहा था। भविष्य में वे जब भी सेहत विभाग से संत किसी प्रोग्राम का आयोजन करेंगे, तो समय की जरूरत के मुताबिक पूरे प्रबंध करेंगे।