चुनावों के बाद अब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लॉबिंग शुरू

एसके शर्मा । हमीरपुर
जिला हमीरपुर के चार स्थानीय निकायों में चुनाव के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर लॉबिंग शुरू हो गई है। खेमेबाजी और समर्थित प्रत्याशियों के गलत चयन के कारण सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस को इन चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं सुजानपुर को छोड़ शेष तीन निकायों में हार के कारण कांग्रेस की काफी फजीहत भी हुई है। नगर परिषद हमीरपुर, सुजानपुर और भोटा में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। इन तीनों स्थानीय निकायों में जीते अधिकतर निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा के ही बागी हैं।

अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद हासिल करने के बहाने इनकी घर वापसी करने के लिए भाजपा ने जोड़-तोड़ शुरू कर दिया है। तीनों निकायों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए निर्दलीयों की अहम भूमिका रहेगी। हमीरपुर नगर परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए 6 सीटों पर बहुमत चाहिए। यहां कुल 11 वार्डों में से भाजपा के 5, 4 निर्दलीय, जबकि कांग्रेस के पास महज 2 पार्षद हैं। इसी तरह नगर परिषद सुजानपुर में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए कुल 5 पार्षद चाहिए। लेकिन यहां भी कुल 9 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के 4-4 पार्षद हैं। भाजपा और कांग्रेस में एक वार्ड से जीते निर्दलीय प्रत्याशी को अपने कुनबे में शामिल करने के लिए बैठकों का दौर चल रहा है।

नगर पंचायत भोटा में बहुमत के लिए 4 सीटें चाहिए। लेकिन यहां भी कुल 7 सीटों में भाजपा के पास 2, कांग्रेस के पास 1 जबकि 4 निर्दलीय हैं। हालांकि चुनाव जीतने के बाद चारों निर्दलीयों ने प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर के यहां हाजिरी लगा दी है। जिससे माना जा रहा है कि यहां पर भाजपा समर्थित ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष होंगे। नपं भोटा में जिला भाजपा द्वारा दिए गए 7 में से 5 प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं। इस चुनाव में संगठन की हार हुई है, लेकिन दूसरे खेमे के कुछ लोग यहां प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर की इसे जीत बता रहे हैं।

वहीं नगर पंचायत नादौन की कुल 7 सीटों में से 4 पर भाजपा की जीत हुई है। यहां पर भाजपा के बहुमत के कारण नगर पंचायत पर पूर्ण कब्जा रहेगा। चारों निकायों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक होगी। देखना दिलचस्प रहेगा कि चारों निकायों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद कौन बाजी मारने में कामयाब रहता है।