मक्की की फसल सिकुड़ी, धान के खेत भी मुरझाए

एस के शर्मा हमीरपुर।

हमीरपुर जिला में लंबे समय से अच्छी बारिश न होने से मक्की की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है। सूखे के कारण मक्की की करीब 15 फीसदी फसल अब तक प्रभावित हो चुकी है। अगर मौसम का यही हाल आगे भी रहा, तो किसानों को इस बार कुछ भी हाथ नहीं लगेगा। बारिश न होने से किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। यही हाल धान की फसल का है, बिना पानी के धान की फसल भी सूख रही है। बता दें कि हमीरपुर जिला में मक्की व धान की फसल पर सूखे का खतरा मंडरा रहा है। आने वाले दो.चार दिनों में अगर बारिश नहीं हुई, तो किसानों की मक्की व धान की फसल पूरी तरह से सूख जाएगी। बिना बारिश से फसल सिकुड़ कर रह गई है। मक्की के खेतों को देखकर किसानों की भी हवाइयां उड़ गई हैं। अगर मौसम का यही हाल रहा, तो किसानों को इस बार कुछ भी प्राप्त नहीं होगा।

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मानसून की देरी ने किसानों की चिंताएं बढ़ाकर रख दी हैं। क्योंकि जिला में सिंचाई सुविधा नामात्र की है। जिला में खड्डों व नालों का जल स्तर काफी नीचे गिर चुका है या फिर सूखने के कगार पर है। ऐसे में किसान कर तो आखिर क्या करे। हालांकि किसानों ने इंद्रदेव को खुश करने के लिए देशी टोटके भी शुरू कर दिए हैं, ताकि जल्द से जल्द बारिश हो और उनकी फसलें खराब होने से बच सकें। कृषि विभाग ने भी ब्लॉक स्तर पर बैठकें आयोजित करना शुरू कर दी हैं, ताकि ब्लॉकों में फसलों पर नजर रखी जा सके कि बिना बारिश से मक्की व धान की कितनी फसल प्रभावित हुई है।