बेबसी: थक-हारकर पति को बचाने के लिए महिला ने मुंह से दी सांस, पति ने ऑटो में तड़प-तड़प कर तोड़ा दम

आगरा में सब कोशिश कर हारी महिला

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

कोरोना का संक्रमण और ऊपर से ऑक्सीजन की कमी से रोजाना सैकड़ों मौतें हो रही हैं। इन दिनों अस्पतालों में मरीज को कोरोना के साथ-साथ एक-एक सांस के लड़ते देखा जा सकता है। बेड की कमी के चलते लोग सडक़ किनारे ही ऑक्सीजन लेकर अपने मरीज को बचाने की जुगत कर रहे हैं। ऑक्सीजन का एक सिलेंडर पाने के लिए कोई अपने पिता को लेकर भटक रहा है तो कोई अपने पति को लेकर। जिन्हें ऑक्सीजन मिल जाती है वह एक किनारे अपने मरीज के ठीक होने का इंतजार करने लगता। कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें ऑक्सीजन न मिलने के बाद अपनों से हाथ धोना पड़ा।

किसी की सडक़ किनारे मौत हुई तो किसी ने ऑटो में दम तोड़ दिया। ऐसा ही एक मामला आगरा जिले में देखने को मिला है। यहां अपने पति के लिए महिला ऑक्सीजन के लिए भटकती रही। लाख कोशिशों के बाद जब ऑक्सीजन नहीं मिली तो महिला ने अपनी सांसों से अपने पति की जिंदगी बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी काम न आई। महिला अपने पति को मुंह से सांस दे रही थी, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। पति ने ऑटो के अंदर ही अपनी पत्नी की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। यह मंजर वाकई ह़दय विदारक था। जिसने भी इस मंजर को सुना वह आंख से आंसू रोक नहीं पाया। बेबसी और लाचारी की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

आगरा के विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 की रहने वाली रेनू सिंघल के पति रवि सिंघल की अचानक तबियत खराब हो गई। रवि को सांस लेने में तकलीफ हुई तो उन्हें अस्पताल लेकर दौड़ी। रेनू पति को ऑटो से अस्पताल लेकर पहुंची। यहां उसको अस्पताल में बेड तो मिल गया लेकिन ऑटो से दोनों उतरते इससे पहले ही रवि सिंघल की हालत और बिगडऩे लगी। पति की बिगड़ती हालत देखकर महिला बेबस थी। लाचार भी इतनी कि वह कुछ न कर सकी। पति की जान बचाने के लिए महिला ने अपने मुंह से उसके फेफड़ों तक सांसें पहुंचाने भरना शुरू कर दिया। पति की जिंदगी बचाने के लिए पत्नी काफी देर तक पति को माउथ टू माउथ ऑक्सीजन देने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसकी यह कोशिश भी नाकाम रही। कुछ देर बाद पति ने ऑटो में ही अपनी पत्नी की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।