तो यूपीए-2 में पीएम होते राहुल गांधी

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

यूपीए-2 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास प्रधानमंत्री का मौका था। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अस्वस्थता के कारण राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने की पेशकश की थी। कांग्रेस के प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने मनमोहन सिंह की पेशकश को स्वीकार करने से मना कर दिया और अनुरोध किया था कि वह अपना कार्यकाल पूरा करें। एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता में गोहिल ने जोर देकर कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने हमेशा बड़प्पन दिखाया है और निजी हितों से ऊपर पार्टी और देशहित को रखा है। उन्होंने कई मौकों पर बड़े त्याग किए और सत्ता की कभी लालसा नहीं की। उन्होंने पुराने उदाहरण सामने रखते हुए कहा कि गांधी परिवार कभी पद के लिए लालायित नहीं रहा। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर प्रियंका गांधी की एक टिप्पणी पर बहस छिड़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि गांधी परिवार के बाहर के व्यक्ति को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए।