कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 23 वें मेडीकल कैंप में पहुंचे 286 लाभार्थी

अमरोह पंचायत में आखाें व कानों के साथ मरीजों के ईसीजी, शुगर व बीपी के भी हुए टेस्ट

उज्जवल हिमाचल । डाडासीबा

कैप्टन संजय द्वारा जसवां-परागपुर क्षेत्र के अमरोह पंचायत में आयोजित किए गए 23 वें मेडीकल कैंप में 286 लाभार्थी पहुंचे। पराशर द्वारा अब तक लगाए गए कैंपों में लाभार्थियों का आंकड़ा इक्कीस हजार को पार कर गया है। रविवार को लगे इस स्वास्थ्य शिविर में आंखों व कानों की जांच के साथ ईसीजी, शुगर व ब्लड प्रेशर के भी टेस्ट किए गए। शिविर में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाने के बाद भी लोगों को मेडीकल कैंप में जाने की इजाजत दी जा रही थी।

जसवां-परागपुर क्षेत्र को माेतियाबिंद मुक्त बनाने के संकल्प पर काम कर रहे पराशर का मेराथन अभियान लगातार जारी है। इसी कड़ी में अब दूरदराज के गांवों में भी कैंपों का आयोजन शुरू कर दिया गया है। अमरोह के खारियां गांव में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 163 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई तो 63 के कानों का चेक अप किया गया। कैंप में आए 98 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 137 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 34 मरीजों को आपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क अापरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में संजय पराशर के द्वारा अागामी पांच फरवरी को करवाए जाएंगे। शिविर में 46 मरीजों को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गईं तो 38 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 36 महिलाओं को 360 निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 63 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 36 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई।

अमरोह के स्वास्थ्य शिविर में पहुंचे कैप्टन संजय ने कहा कि जसवां-परागपुर क्षेत्र की बड़ी पंचायतों में मेडीकल कैंप आयोजित करने के बाद उनकी टीम ने अब छोटे गांवों का भी रूख कर लिया है। इन गांवों में स्वास्थ्य के साथ परिवहन सुविधाओं का भी अभाव है। कई गांवों के दौरे के दौरान पता चला कि विशेष रूप से कई बुजुर्ग आर्थिक व शारीरिक कारणों से कैंपों में नहीं पहुंच पाए थे।

इसके लिए अब यह मुहिम चलाई गई है कि भौगोलिक दृष्टि से उन क्षेत्रों में भी शिविर लगाए जाएं, जहां की आबादी बेशक कम हो, लेकिन स्थानीय वासी कैंप लगवाना चाहते हैं। हलेड़ और अमरोह में ज्यादातर लाभार्थी इन्हीं पंचायतों से संबंधित रहे हैं। कहा कि अगले शिविर अब रैल व भनेड़ पंचायतों में लगाए जाएंगे। वहीं, मेडीकल कैंप में पहुंचे अमरोह गांव के सुरेन्द्र सिंह, ममता रानी, नरेश कुमार, प्रेम चंद, कर्मा देवी, सुमन व कमलेश ने बताया कि संजय पराशर के सौजन्य से उन्हें अपने गांव और घर के पास ही आंखों व कानों का चेक अप करवाने की सुविधा मिली है। बड़ी बात यह भी है कि उन्हें शिविर में जांच के लिए लंबा इंतजार भी नहीं करना पड़ा, जिसके लिए वह संजय के आभारी हैं। वहीं, स्थानीय पंचायत प्रधान तरसेम लाल व वार्ड पंच शिव कुमार ने उनके गांव में मेडीकल कैंप आयोजित करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।