महामारी के बीच लगातार बढ़ रही मंहगाई से पड़ी है दोहरी मार : राणा

एसके शर्मा। हमीरपुर

कोरोना महामारी से जूझ रही जनता अब मंहगाई की मार से बिलबिलाने लगी है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि महामारी की त्रासदी से जूझ रही जनता ऐसे समय पर जब किसी राहत की आस कर रही थी, तो ऐसे में लगातार बढ़ रही मंहगाई की मार से जनता की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। राणा ने कहा कि जो बात-बात पर मंहगाई के नाम पर सड़कों पर उतर आते थे, अब उन्हीं लोगों की जुबान पर मंहगाई को लेकर ताले पड़े हैं।

कोरोना काल में जब आम आदमी बेरोजगारी का शिकार होकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है, तो ऐसे में रसोई गैस, पेट्रोल के दाम सुनियोजित ढंग से लगातार बढ़ाए जा रहे हैं, जबकि मिडल क्लास को मिलने वाली सस्ती राशन की सुविधा सरकार ने बंद करने का मसौदा भी तैयार कर लिया है, जिससे कोरोना दौर में जनता पर दोहरी मार पड़ी है और तो और डिपुओं में मिलने वाली गरीबों को सस्ती दालोंं को महंगा करने की योजना बना ली है, जिससे आम आदमी और गरीब आदमी की कमर तोड़ दी है।

उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह के कांग्रेस कार्यकाल में बजट सहित प्रदेश की जनता को सस्ते राशन की योजना का प्रावधान किया गया था, लेकिन सरकार अब मिडिल क्लास की उस सुविधा को भी छिनने पर आमादा है। राणा ने कहा कि सरकार में बैठे प्रवक्ता इस दौर में भी जनता का दर्द नहीं समझ पा रहे हैं, जो कि साबित करता है कि बीजेपी में अच्छे प्रवक्ता हो सकते हैं, लेकिन प्रदेश की जनता को इस वक्त प्रवक्ता की नहीं अच्छे शासक व प्रशासक की जरूरत है, जो कि विपक्ष की राय को एक विरोधी न लेकर एक सहयोगी की तरह समझे।

क्योंकि इस दौर में जनता अगर सरकार से ज्यादा विपक्ष पर भरोसा कर रही है तो यह कसूर सरकार का है न कि विपक्ष का। विपक्ष को अगर जनता से लगातार कुप्रबंधनों, मंहगाई व मुश्किलों को लेकर फीडबैक मिल रही है, तो सरकार को भी चाहिए कि विपक्ष की राय व सुझावों को हल्के में न लेकर
उन पर अमल करने का प्रयास करें। सरकार को चाहिए कि कोरोना से पीड़ित हुई जनता को राहत
देने के लिए सरकार कोई ऐसी कारगर योजना बनाए, ताकि खराब दौर में सरकारी राहत सीधी हर घर तक पहुंचे।