आग से रोजाना लाखों की वन संपदा जलकर हो रही राख

धधकने लगे बड़सर व बिझड़ी वन परिक्षेत्र के जंगल

एसके शर्मा । बड़सर

गर्मी का मौसम प्रचंड होते ही बड़सर उपमंडल के तहत वन परिक्षेत्र बड़सर, बिझड़ी व अग्घार के जंगलों में आग ने तबाही मचाना शुरू कर दी है। इन जंगलों में आग से रोजाना लाखों रूपये की वन संपदा जलकर राख हो रही है।
बताते चलें कि बिझड़ी वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले दियोटसिद्ध की धारसिद्ध, सठवीं, बिझड़ी व बड़सर क्षेत्र के जंगलों में आग लगने से लाखों रूपये की वन संपदा जलकर राख हो गई है। इसके अलावा जंगलों में आग लगना निरंतर जारी है। लेकिन आग की घटनाओं से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंधों के दावे करने वाला वन विभाग आग पर काबू पाने के लिए पूरी तरह लाचार दिखा। लोग घास के चक्कर में जंगलों में आग लगा रहे हैं। लेकिन वन विभाग ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने में नाकाम रहा है।

 

आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग के कर्मियों के पास पेड़ों की टाहनियों डंडों व दराट के अलावा कुछ नहीं है। गौर रहे कि आग से वन विभाग को हर वर्ष करोड़ों रूपये की चपत लग रही है। लेकिन बिडंवना यह है कि वन विभाग हर वर्ष नाममात्र फायर वाचरों की नियुक्ति कर औपचारिकता निभाता आया है। यही नहीं फायर वाचरों के पास आग बुझाने के लिए आधुनिक उपकरणों का टोटा है। यही कारण है कि आग से जंगल लगातार खाली हो रहे हैं। वन विभाग द्वारा हर वर्ष करोड़ों रूपये खर्च करके पौधारोपण करवाया जाता है, लेकिन यह पौधे भी आग की भेंट चढ़ रहे हैं।

उधर आरओ बिझड़ी रत्नी देवी बताया कि जंगलों में आग लगाना कानूनन अपराध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी बीओ व सभी गार्डो को निर्देश जारी किए हैं कि ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखी जाए, जो अपने फायदे के लिए जंगलों में आग लगा रहे हैं।