मुख्यमंत्री के फैसले को मंत्री और विधायक कर रहे दरकिनार

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
हिमाचल प्रदेश के भाजपा विधायक ही प्रदेश सरकार के कोरोना महामारी को लेकर जारी नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। ये बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर ने कही। सोहनलाल ठाकुर ने कहा कि सुंदरनगर के भाजपा के विधायक राजनीति रोटियां सेकने के लिए मुख्यमंत्री के आदेशों की जानबूझ कर परवाह नहीं कर रहे है। उन्होंने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोरोना महामारी के सरकार के नियमों को लागू करने में पुलिस और प्रशासन भी नाकाम रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक शालीनता की तमाम हदे पार का बुधवार को सुंदरनगर उपमंडल की धवाल पंचायत के बाढी गांव की सडक का उद्घाटन करने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि सुंदरनगर विधयाक ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के साथ निहरी सोझा में सोमवार को ही जनसभाएं नियमों की धाज्जियां उडाई और पंचायतों में कार्यक्रम किए गए। जिसमें सैंकडों लोग भी शामिल किए गए है। जिसका व्यापाक विरोध भी किया गया और क्षेत्र के फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर चर्चाएं भी की गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विधायक के आने पर लोगों ने हैरानी जताई है कि कोरोना महामारी के ऐसे दौर में जब सरकार ने सार्वजनिक कार्यक्रमों में प्रतिबंध लगा दिया है तो सुंदरनगर विधायक नियमों को ताक पर रख कर ऐसी सडक का उदघाटन क्यों करने पहुंच गए, जिसे क्षेत्र के लोग बीते डेढ साल से प्रयोग कर रहे हैं।
पूर्व विधायक सोहनलाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री और विधायक ही मुख्यमंत्री के फैसलों की परवाह नहीं कर रहे और सरकार के जारी निर्देशों की सरेआम धज्जियां उडा रहे है। जिसका ताजा उदाहरण जलशक्ति मंत्री को क्षेत्र में बुला कर विधायक ने पेश किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के रोकने की बजाय सताधारी पार्टी के नेता ही फैलाते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सुंदरनगर के विधायक राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए बीते कई दिनों से लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक पंचायती चुनावों के लिए ग्रामीणों को स्वास्थ्य को जाखिम में डाल कर खिलवाड कर रहे है। उन्होंने सरकार के ऐसे कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने या इन्हे वर्चुअल रूप से किए जाने के तथा लोगों की संख्या 50 निर्धारित करने के नियम को बनाने पर भी शंका जताई है।