कोरोना की मार झेल रहे पर्यटन क्षेत्र को आर्थिक पैकेज प्रदान करें मोदी सरकार : भंडारी

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

आम आदमी पार्टी, हिमाचल प्रदेश राज्य के पर्यटन उद्योग को कोरोना कहर से उत्पन आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए मोदी सरकार से आर्थिक पैकेज प्रदान करने की मांग करती है। पर्यटन क्षेत्र का पहाड़ी राज्य हिमाचल की कुल सकल घरेलू उत्पाद में 10 फीसदी योगदान है और अगर इस क्षेत्र पर निर्भर सरकारी व निजी परिवहन, ऐडवेंचर स्पोर्ट्स, स्पा, रेस्त्रां तथा आध्यात्मिक एवं धार्मिक यात्रा जैसे उद्योगों की गणना की जाए तो सूबे की जीडीपी में कुल योगदान 30 प्रतिशत से अधिक है। कांगडा से जारी एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से आम आदमी पार्टी के राज्य प्रवक्ता कल्याण भंडारी ने कहा कि हाल ही में पर्यटन नगरी धर्मशाला में ऋण न चुका पाने पर इलाके के कई होटल मालिकों को बैंकों द्वारा अधिग्रहण करने के नोटिस जारी किया जाना पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के घोर आर्थिक संकट का सूचक है। कमोबेश यही स्थिति दूसरे शहरों की भी है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में 3600 के करीब होटल व 2100 से अधिक होमस्टे की सुविधाएं उपलब्ध हैं लेकिन वास्तविक संख्या इससे भी अधिक है। मार्च में जारी आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड़ लॉकडॉन के चलते राज्य में प्रवेश की बंदिशों की वजह से घरेलू व विदेशी पर्यटकों की आमद में 81.35 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है जिसकी वजह से होटल, रेस्तरां सम्बन्धी व्यापार में सिकुड़न उत्पन्न हुई। एक अनुमान के अनुसार बहुत से होटल, रेस्तरां या तो बंद हो गए या बंद होने की स्तिथि में हैं। लगभग दो लाख से ज्यादा लोगों का रोजगार छिन चुका है। इसी तरह प्राइवेट टैक्सी संचालक आर्थिक तंगी से अपने कर्ज की किस्तें अदा नहीं कर पा रहे हैं और अपने वाहनों की बिक्री करने को विवश हो गए हैं।

पार्टी प्रवक्ता कल्याण भंडारी ने कहा कि औंधे मुंह गिरी सूबे की अर्थव्यवस्था को संबल प्रदान करने की दिशा में ठाकुर जय राम सरकार प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने की मांग करे जिससे विकट वित्तीय स्थिति से निपटने में मदद मिल सके। इसके अलावा राज्य सरकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अरविंद केजरीवालकी सरकार की तर्ज पर पंजीकृत प्राइवेट टैक्सी संचालक व ऑटो रिक्शा चालकों को उनके बैंक खातों में उचित धन राशि ट्रासंफर करे जिससे उन्हें कुछ राहत मिल सके।