अंकित वालिया। कांगड़ा
नगर परिषद की आज मासिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई निर्णयों के बारे में अध्यक्षा रेनू शर्मा द्वारा जानकारी दी गई। उन्होंने बताया नगर परिषद कांगड़ा की बिना अनुमति यदि किसी श्रद्धालु ने कांगड़ा में लंगर लगाया तो श्रद्धालुओं को जुर्माना अदा करना पड़ेगा। इसलिए बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालु मंजूरी लेकर ही यहां लंगर लगाएं। जिससे नगरपरिषद के पास लंगर लगाने वाले आयोजको की तमाम जानकारी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान अध्यक्षा रेणु शर्मा व पार्षदों एवं कार्यकारी अधिकारी ललित कुमार द्वारा नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को वर्दी, मास्क, दस्ताने वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त बैठक में नगर परिषद का वार्षिक 2022-23 का बजट प्रस्तुत करके विकास कार्यों, व्यय के बारे में चर्चा की गई।
इसमें मौजूद वर्ष के दौरान एक करोड़ 60 लाख व्यय करने का लक्ष्य रखा गया। इस खर्च में पेंशन, गृह कर, किराया, शहर में लगी गलियों की बत्ती (स्ट्रीट लाइट), साफ सफाई, मृत पशुओं को उठाना व उपयुक्त स्थान पर उन्हें जलाना, विकास कार्य आदि शामिल है। मौजूदा वार्षिक 2022-23 प्रस्तावित अनुमानित आय मुब्लिग 5,67,00,204 व प्रस्तावित अनुमानित व्यय 7,98,27,575 का लक्ष्य नगर परिषद कांगड़ा द्वारा रखा गया।
इसके अतिरिक्त नगरपरिषद क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले लोगों के 16 भवनों के नक्शे पास किए गए व नगरपरिषद द्वारा शहर के विभिन्न वार्ड में रह रहें विकलांग, हैंडीकैप, विधवा व अन्य कुल चार लोगों को कल्याण विभाग द्वारा पेंशन की मंजूरी दी गई।
नगर परिषद ने बैठक में निर्णय लिया कि जो भी श्रद्धालु कांगड़ा में लंगर लगाना चाहता है उसे नगर परिषद से अनुमति लेनी होगी व 2100/- रूपये जमा करवाने होंगे अन्यथा जो भी श्रद्धालु बिना अनुमति के लंगर लगायेगा उससे नगर परिषद जुर्माना वसूलेगी।