रावी नदी की दुर्गति करने पर उतारू नगर पालिका

टनों के हिसाब से नदी किनारे फेंके कचरे में लगाई जा रही आग

शैलेश शर्मा। चंबा

स्वछता आज देश का एक एहम मुद्दा बन चुका है,पर आज भी कई जिला ऐसे हैं, जंहा पर्यावरण और स्वछता की सरेआम धज्जिया उड़ाई जा रही हैं। अगर हम बात करें चंबा की जीवन दायनी रावी नदी की, तो यह नदी अपनी पवित्रता को लेकर तो हज़ारों वर्षों से इसी चंबा के मध्य तेज धारा के साथ लोगों को जीवन तो दे रही है, पर आज इसी जीवन दायनी रावी नदी का खुद का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है।

लोग तो लोग खुद चंबा की नगर पालिका इसकी दुर्गति करने पर उतारू है। नगरपालिका के लोग रोजाना टनों के हिसाब से कचरा शहर से उठाते हैं और रावी नदी के किनारे फेंकने के बाद उस कचरे को जला देते है, जिस कारण वंहा के साथनीय लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सारे का सारा वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है।रावी नदी के किनारे इस तरह की छोटी-मोटी आग का लगना कोई नई बात तो नहीं है पर आगजनी की ऐसी जबरदस्त घटना, जिसमें अग्निशमन विभाग को जिला प्रशासन द्वारा बुलाकर आग बुझाने को कहा जाए। ऐसा मामला पहली बार देखने को मिला है। यहीं इसके पास रह रहे पुजारी जोकि इस स्थान में वर्षों से रह रहे हैं।

उनका भी यही कहना है कि इतनी प्राचीन नदी जिस पर पूजा-अर्चना की जाती है, पर वहां जाना तो दूर इस तरफ देखने तक को मन नहीं करता है। इतना कर गंद पड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि जिस जगह पर यह गंदगी फैलाई जाती है, उसके साथ ही पौराणिक मंदिर भी बना हुआ पर ऐसी गंदगी को देखकर कुछ भी करने को मन नहीं करता है। मंदिर के पुजारी इस जगह को साफ सुथरा बनाए जाने की मांग कर रहे है।

इस गंदगी और प्रदूषण से परेशान हो चुके मुहल्ले के लोगों ने बताया कि शहर की सारी गंदगी को उठाकर हमारे यंहा इस जगह फेंक दिया जाता है और उसके बाद आग लगा दी जाती है, जिस कारण धुंए के साथ इतना प्रदूषण फैल जाता है कि सांस लेना तक दूभर हो जाता है। उन्होंने बताया कि इस दूषित हवा के कारण कई छोटे बड़े लोग बीमार हो गए है और यह गंदी और प्रदूषित हवा बहुत दूर तक जाती है। उन्होंने बताया कि कभी-कभी आग इतनी नजदीक तक आ जाती है की हमे खुद फायर ब्रिगेड को सुचना देनी पड़ी है।

इस गंदगी से आम लोग तो परेशान हो ही रहे हैं। वहीं, कॉलेज के विद्यार्थी जो कि सुबह जोकिंग को प्राया इसी सड़क से होते हुए बारघा ग्राउंड को जाते हैं, वह भी इस परदूषित धुएं से बेहद परेशान है। इन बच्चों का भी यही कहना है कि जब भी हम इस रास्ते से सुबह जाते हैं, तो इस जगह इतना तेज दम घोटू धुंआ होता है कि सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है, जिस कारण कभी तो बिना जोकिंग किए घर को लाैट जाते हैं। यह कॉलेज के विद्यार्थी भी इस जगह को साफ करने और यंहा से स्थांतरित करने की बात कर रहे हैं।

आग बुझाने को पहुंचे अग्निशमन विभाग के लोग जो कि इस आग को पिछले दो से तीन घंटों तक लगातार आग बुझाने का प्रयास कर थे, पर आग इतनी भयानक लगी हुई थी की बुझने का नाम ही नहीं ले रही थी। इस बारे वंहा पहुंचे अग्निशमन विभाग के फायर मेन ने बताया कि उन्हें इसकी सुचना SDM चंबा ने दी थी और जब हम माैके पर पहुंचे तो देखा की कूड़े वाली जगह पर आग लगी हुई थी, जिसे बड़ी मुशिकल से काबू पाया गया। अब हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किसने यंहा पर आग लगाई है। उन्होंने कहा कि इस तरह से कूड़े में आग लगाना हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन इसकी व्यवस्था कर रहा है कि इसको कहा रखा जाए।

रावी नदी के किनारे चेतावनी भरा लगा वन विभाग का यह साइन बोर्ड जिसमें लिखा हुआ है कि इस स्थान में कचरा फैलाना मना है, पर इस जगह में कचरा फैलाने का लोग कम काम करते हैं, पर उससे कहीं ज्यादा शहर का कचरा नगर पालिका फैलती है। इस बारे जब चंबा के SDM से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि पिछले कल जंहा हमारा कूड़े का डंप बना हुआ है, वहां पर किसी ने आग लगा दी थी। उन्होंने बताया कि हमारे और प्रदूषण बोर्ड द्वारा उस जगह का विजिट किया गया। अब हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किसने यहां पर आग लगाई है।

उन्होंने कहा कि इस तरह से कूड़े में आग लगाना हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन इसकी व्यवस्था कर रहा है कि इसको कहा रखा जाए। उन्होंने बताया कि देखने में आया है की गांव के लोग अकसर कूड़े को एक जगह इकट्ठा करके उसमे आग लगा देते हैं, जो कि पर्यावरण के लिए हानिकारक है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह इस तरह का कोई ऐसा काम न करें, जिससे पर्यावरण को नुकसान हो अगर फिर भी कोई इस तरह की हरकत करता हुआ पाया जाता है, तो उसकी सुचना प्रशासन को दे उस पर तुरंत करवाई की जाएगी।