श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्री कृष्ण की कथा का किया वर्णन

रोजाना सुबह प्रभात फेरी निकाल कर घर-घर जाकर सनातन धर्म का प्रचार व भागवत कथा का किया जा रहा प्रचार

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

पुराना कांगड़ा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ। श्री कृष्ण जन्म पर निकली झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। और कृष्ण जन्म व उनके बाल लीलाओं पर प्रस्तुत प्रसंग ने पंडाल मैं बैठी श्रोताओं को को भक्तिमय बना दिया। इस बेला पर यशोदा और कृष्णा का सखियों के साथ खेलना,नाचना और राक्षसों पूतना के वध के प्रसंग को सुनाया। चित्रकूट से आए कथावाचक प्रभु राम अवतार दास ने कहा एकादशी का व्रत मनुष्य को अवश्य रखना चाहिए।इससे पाप का नाश होता है। एकादशी के दिन पाप अन्न में समा जाता है और जो भी अन्न खाता है वह पाप का भागीदार होता है। एकादशी को राजा हरीश चंद्र से श्राप मिला था कि जो भी उस दिन अन्न खाएगा पाप उसको लगेगा।

कथा दौरान भगवान राम और सीता का मिलन और राम लक्ष्मण और हनुमान के वनवास दौरान भागवत कथा में शामिल स्कंद का वर्णन किया गया। इस बेला पर कृष्ण कन्हैया और बलराम सखियों का माखन के साथ खेलना व चोरी करने पर भी श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई।

भागवत कथा की मुख्य यजमान तृप्ता परवान ने बताया कि शुक्रवार को श्री कृष्ण का विवाह कथा स्थल पर आयोजित किया जाएगा। इस दौरान कथा स्थल से बारात, झांकियां लेकर नगर वासी पुराना कांगड़ा का भ्रमण करेंगे। उन्होंने बताया रोजाना सुबह प्रभात फेरी निकाल कर घर-घर जाकर सनातन धर्म का प्रचार व भागवत कथा का प्रचार किया जा रहा है।

ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा

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