नक्सलियों-सीआरपीएफ में मुठभेड़ के बाद 21 जवान लापता

उज्जवल हिमाचल। बीजापुर

मुठभेड़ में अब तक 30 घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 23 घायलों को बीजापुर अस्पताल में और 7 को रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं, दो जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं। एक रिइंफोर्समेंट पार्टी को मुठभेड़ स्थल पर भेजा गया है। दर्जनभर से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में शनिवार नक्सलियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ के बाद लगभग 21 सुरक्षाकर्मी लापता हैं।

वहीं, पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। इस बीच खबर आ रही है कि सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ऑपरेशनल कार्य और स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह छत्तीसगढ़ पहुंचे। लापता 21 सुरक्षा कर्मियों में से 7 कर्मी सीआरपीएफ के हैं। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ के संबंध में छत्तीसगढ़ के मख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की। सीआरपीएफ के महानिदेशक को गृह मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर जाने के लिए कहा था।

बस्तर आईजी सुंदरराज के अनुसार घटनास्थल के आसपास अभी भी नक्सलियों के मौजूदगी की आशंका है। ऐसे में रिइंफोर्समेंट पार्टी सावधानी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कोबरा बटालियन के एक जवान की शहादत की बात स्वीकारी। एक महिला नक्सली का शव बरामद होने की भी जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने कम से कम 15 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने शनिवार को जानकारी दी थी कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुआ।

पिछले 10 दिनों से छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक शीर्ष नक्सली मादवी हिडमा के ठिकाने के बारे में जानकारी मिल रही थी। उसका नाम 2013 के झीरम घाटी में हुए हमलें सहित कई बड़े हमलों से जुड़ा हुआ है। 2013 में झीरम घाटी नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित 30 से अधिक लोग मारे गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी जवानों के शहादत पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि मेरे विचार छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ हैं। वीर शहीदों की कुर्बानियों को हमेशा याद रखा जाएगा। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुठभेड़ में पांच जवानों के शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि देश उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे बहादुर सुरक्षा कर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं। देश उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा। मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है। हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना है। इससे पहले, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुरक्षाकर्मियों के शहादत पर शोक व्यक्त किया और मुठभेड़ में घायल हुए सैनिकों के लिए बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया करनाने का आदेश दिया।

बता दें कि यह पिछले 10 दिनों में राज्य में यह दूसरी बड़ी नक्सली वारदात है। इससे पहले 23 मार्च को, नारायणपुर जिला में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही एक बस को नक्सलियों ने आईडी से उड़ा दिया था। पिछले वर्ष 21 मार्च को सुकमा जिला के मिंपा क्षेत्र में एक नक्सली हमले में डीआरजी के 12 सहित 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।