अब हिमाचल में 65 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को पेंशन, और क्या क्या लाभ मिलेंगे, जाने

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बजट 2021-22 में महिलाओं के लिए आयु सीमा घटाने की घोषणा की

जय राम सरकार की पहली ही कैबिनेट बैठक में वृद्धावस्था पेंशन की आयु 80 से घटाकर 70 वर्ष की गई

ऊनाः हिमाचल प्रदेश ने अपने पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं तथा इस प्रदेश सरकार ने इस वर्ष को पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंति वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। स्वर्ण जयंति वर्ष के उपलक्ष्य पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने बजट 2021-22 में स्वर्ण जयंति नारी संबल योजना“ शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के अन्तर्गत 65 से 69 वर्ष तक की आयु की सभी पात्र वरिष्ठ महिलाओं को बिना आय सीमा के 1,000 रुपए प्रति माह सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जाएगी। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से लगभग 60,000 महिलाएं लाभान्वित होंगी, जिस पर प्रदेश सरकार को 55 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। वृद्धावस्था पेंशन का लाभ उन वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा, जिनके परिवार में किसी अन्य व्यक्ति को सरकारी सेवा की पेंशन न मिल रही हो अथवा जो संपन्न वर्ग से संबंध न रखते हों, ताकि पेंशन योजना का लाभ ज़रूरतमंदों को मिल सके। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से जल्द ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। प्रदेश सरकार का यह सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

 

जिला ऊना के तहत बंगाणा उपमंडल की मुच्छाली ग्राम पंचायत निवासी कमला देवी, केसरी देवी सहित अन्य महिलाओं ने सरकार के इस निर्णय की तारीफ की है। वह कहती हैं महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में लिया गया यह फैसला सराहनीय है। समस्त प्रदेश की महिलाएं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की इसके लिए आभारी हैं। अब 65-69 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं को भी 1000 रुपए पेंशन मिल सकेगी तथा महिलाएं सम्मान के साथ अपना जीवन-यापन कर सकेंगी।

इस ऐतिहासिक निर्णय से पहले भी मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का ऐलान किया था। वर्तमान में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.90 लाख वृद्धजन 1500 रुपए की मासिक पेंशन पा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में 1.64 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन के नए मामले स्वीकृत किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2020 तक सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत 642.58 करोड़ रुपए वितरित किए हैं।

जय राम ठाकुर सरकार ने इसके अतिरिक्त सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन राशि को बढ़ाकर 1500 रुप किया है। साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन को बढ़ाकर 850 रुपए, जबकि विधवाओं और दिव्यांगजनों की पेंशन को बढ़ाकर 1000 रुप किया गया है।

70 वर्ष की आयु पूर्ण करने के उपरांत पिछले एक वर्ष से वृद्धावस्था पेंशन ले रहे बंगाणा उपमंडल की मुच्छाली ग्राम पंचायत निवासी शक्ति चंद कहते हैं सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए आयु सीमा घटाकर 70 वर्ष की है, जिससे काफी लाभ मिला है। हम मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का धन्यवाद करते हैं। कोरोना महामारी के दौरान सरकार की इस पेंशन से काफी राहत मिली और परिवार का गुजारा हो पाया।

इस समय प्रदेश में 5.69 लाख व्यक्ति राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ ले रहे हैं, जिनमें से 3.85 लाख वृद्धावस्था पेंश लाभार्थी हैं। मुच्छाली निवासी रुकमणी देवी तथा राम चंद भी प्रदेश सरकार का 1500 रुपए प्रतिमाह पेंशन के लिए धन्यवाद करते हैं। उनका कहना है कि सरकार की पेंशन जीवन में एक नई रोशनी लेकर आई है तथा जिंदगी की मुश्किलें कम हुई हैं। साथ ही बुढ़ापे में सम्मान व आत्मविश्वास की भावना जागृत हुई है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद।