अब आप नहीं कर पाएंगे किसी की भी कॉल रिकॉर्डिंग, गूगल ने उठाया ये कड़ा कदम

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

क्या आप भी किसी को कॉल करते समय कॉल रिकॉर्ड करते हैं? अगर हां, तो आज का ये आर्टिकल आपके लिए है। एंड्रॉइड पर सिक्योरिटी और प्राइवेसी को बढ़ाने के लिए Google कड़े कदम उठा रहा है।

Google ने अपनी डेवलपर पॉलिसीज को अपडेट किया है जो इन बदलावों को दर्शाते हैं। इसमें रिमोट कॉल ऑडियो रिकॉर्डिंग को रोकने के लिए एंड्रॉइड की एक्सेसिबिलिटी सेटिंग्स शामिल हैं। कॉल रिकॉर्डिंग यूजर्स के बीच काफी लोकप्रिय है।

एक रिडिच यूजर ने बताया कि Google की नई Play Store पॉलिसी में आने वाले बदलाव किसी भी ऐप को कॉल रिकॉर्ड करने की अनुमति नहीं देंगे। Google कुछ समय से Android पर कॉल रिकॉर्डिंग बंद करने पर जोर दे रहा है। इसने एंड्रॉइड 6 पर रीयल-टाइम कॉल रिकॉर्डिंग को ब्लॉक कर दिया था।

जबकि एंड्रॉइड 10 के साथ, Google ने माइक्रोफोन पर इन-कॉल ऑडियो रिकॉर्डिंग को हटा दिया था। हालांकि, कुछ ऐप्स में में लूपहोल पाया गया है जो कॉल रिकॉर्डिंग के लिए एक्सेसबिलिटी सर्विस का एक्सेस देता है। ये एंड्रॉइड 10 पर है।

अपडेटेड प्ले स्टोर पॉलिसी में लिखा है कि एक्सेसिबिलिटी एपीआई डिजाइन नहीं किया गया है और रिमोट कॉल ऑडियो रिकॉर्डिंग के लिए रिक्वेस्ट नहीं की जा सकती है। रिकॉर्डिंग एपीआई के एक्सेस के बिना, ऐप्स मूल रूप से कॉल रिकॉर्डिंग नहीं कर सकती हैं।

यह आईफोन जैसा होगा जिसने कभी भी अपने यूजर्स को कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध नहीं कराई है। गूगल ने कहा है कि ये बदलाव 11 मई से लागू हो जाएंगे। वहीं, यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग देशों में कॉल रिकॉर्डिंग कानून लागू किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए, यूएस में, कॉल रिकॉर्डिंग की अनुमति किसी पार्टी की सहमति के बाद ही दी जाती है। वहीं, अफसोस की बात है कि भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है, लेकिन कथित तौर पर इस तरह के प्रस्तावों पर काम चल रहा है।