कोरोना टीकाकरण का ‘ऑन स्पॉट’ पंजीकरण से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने ली राहत की सांस

उमेश भारद्वाज। मंडी

स्वास्थ्य ब्लॉक कोटली के अंतर्गत पीएचसी लेदा में सोमवार को 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया गया। गौरतलब है कि सरकार द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन के बाद सोमवार को पहली बार ‘प्री स्लॉट’ बुकिंग के बजाय ‘ऑन स्पॉट’ बुकिंग के आधार पर टीकाकरण किया गया। वेक्सिनेशन के लिए अभी तक 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीके के लिए स्लॉट बुक करवाना होता था जिसमे सबसे बड़ी खामी ये सामने आ रही थी कि ग्रामीण क्षेत्रो के स्लॉट भी शहरी क्षेत्र के लोग बुक करवा ले रहे थे। इसकी वजह ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी का अभाव और मोबाइल नेटवर्क की समस्या थी। लेकिन इस असमान टीकाकरण के बाद सरकार ने 21 जून से 18 से 44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण में ग्रामीण क्षेत्रो में टीकाकरण केंद्र में ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू कर दी है। इसके साथ ये भी शर्त जोड़ दी गयी है कि जिस तारीख को पंचायत का टीकाकरण सुनिश्चित हुआ है उस दिन केवल उसी पंचायत के लोगों को टीका लगेगा। इस कार्य में लोगों की वेरिफिकेशन के लिए स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग भी लिया जाएगा।

ग्राम पंचायत बैरकोट लेदा के प्रधान राम सिंह ने कहा कि पहले भी पीएचसी लेदा में 2-3 बार 18 से अधिक लाभार्थियों का टीकारण हुआ था। लेकिन लोगो को स्लॉट बुक करने में असुविधा हो रही थी। सोमवार को जिस तरह से टीकाकरण कार्य हो रहा है इसमें स्थानीय पंचायत के ही 100 लोगों को टीका लगा है।

वहीं स्थानीय युवा निशांत ठाकुर ने कहा कि पीएचसी लेदा में कोरोना का पहला टीक लगवाया है। उन्होंने कहा कि वे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे हैं और उनका कॉलेज कभी भी खुल सकता हैं। लेकिन स्लॉट बुक न होने से उन्हें टीका नहीं लग पा रहा था। निशांत ने कहा कि इस नई प्रक्रिया के शुरू होने के बाद टीका लगा है अब बिना किसी परेशानी से अपने कॉलेज जा सकते हैं।

पीएचसी लेदा की फीमेल हेल्थ वर्कर आरती ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन की नई गाइडलाइन के मुताबिक 21 तारीख से हमने सेंटर में ही रजिस्ट्रेशन कर के लोगों को टीका लगाया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की टीकाकरण की सुविधा अभी केवल ग्रामीण क्षेत्रों में ही है।