शाहपुर आईटीआई में इलेक्ट्रिक व्हीकल डिजाइन पर ऑनलाइन वेबिनार

उज्जवल हिमाचल। शाहपुर

औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर के अनुदेशकों , प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं के लिए शनिवार को इलेक्ट्रिक व्हीकल डिजाइन पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया । इस वेबिनार में संस्थान के 55 अनुदेशकों , प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं ने भाग लिया । साथ ही संस्थान में औषधीय पौधे ( आंबला , बहेड़ा और जामुन ) लगाकर पर्यावरण दिवस भी मनाया गया । इस ऑनलाइन वेबिनार में कैड एफईएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एप्लीकेशन इंजीनियर अभिषेक बी ने भविष्य में उपयोग में लाए जाने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कार्यप्रणाली और डिजाइन के बारे में विस्तृत जानकारी दी और सभी अनुदेशकों , प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में अवगत करवाया । उन्होंने बताया कि किस तरह इलेक्ट्रिकल विकल्स हमारे पर्यावरण के लिए फायदेमंद है ।

उन्होंने कहा कि इनसे किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं फैलता , जैसा कि पेट्रोल व डीजल से चलने वाली गाडिय़ों से फैलता है। उन्होंने बताया कि ये न सिर्फ आपकी जेब , बल्कि पर्यावरण दोनों के लिए अच्छे रहेंगे । इलेक्ट्रिक व्हीकल चलने में काफी कम लागत आती है और इसकी प्रति किलोमीटर खर्च एक रुपए से भी काफी कम है । साथ ही उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल का रखरखाव काफी सस्ता है और यह लो – मेंटेनेंस वाहन हैं , जो आपकी जेब के लिए फायदेमंद है। इससे किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलता। इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य ईं. तरुण कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर्यावरण के लिए काफी अच्छे हैं । पेट्रोल – डीजल इंजन वाले व्हीकल्स की तुलना में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में ध्वनि प्रदूषण नहीं होता ।

उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की परफॉर्मेंस काफी अच्छी होती है । डीजल और पेट्रोल से चलने वाले व्हीकल्स की तुलना में इनका पिकअप काफी अच्छा होता है । साथ ही आवाज न होने की वजह से इनमें ट्रेवल करना काफी बेहतरीन अनुभव होगा । जब पेट्रोल – डीजल के धुएं से होने वाला प्रदूषण भी नहीं होगा , तो लोगों के सांस लेने में दिक्कत भी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि आज पर्यावरण बड़ा प्रदूषित हो रहा है । पेट्रोल-डीजल और कोयले का प्रयोग दिन – प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । गाडिय़ों की संख्या भी बढ़ती जा रही है , जिससे मौसमी बदलाव भी दिखने शुरू हो गए हैं जो कि एक चिंता का विषय है । भविष्य में इस प्रदूषण को कम करने की आवश्यकता है । इसलिए भविष्य में इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रयोग किया जाना चाहिए । उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी संस्थान में इस तरह की बैठकों का आयोजन किया जाता रहेगा।