रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी से जागरूकता ही बचा सकती है : वीरेंद्र कंवर

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उज्जवल हिमाचल। ऊना

विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आवारा कुत्तों के लिए निःशुल्क टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। वीरेंद्र कंवर ने उपनिदेशक पशुपालन विभाग के कार्यालय में स्वयं एक श्वान को एंटी रेबीज इंजेक्शन देकर इस मुहिम की शुरुआत की। इसके बाद पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर डीआरडीए सभागार में विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यशाला में शामिल हुए। कार्यशाला में उन्होंने कहा कि विश्व भर में प्रतिवर्ष रेबीज के कारण 60 हजार व्यक्त्यिों की मौत होती हैं। जिनमें सबसे अधिक मौतें भारत में दर्ज की जाती हैं।

उन्होंने कहा कि अभी भी हमारे लोग रेबीज़ बीमारी के खतरे को लेकर जागरूक नहीं है। आज भी जानवरों के काटे जाने पर लोग झाड़-फूंक या मंत्र-तंत्र आदि से ही उपचार करवाना कारगर समझते हैं। लेकिन इन्हीं कारणों से लोग रेबीज का शिकार होकर मौत के मुंह में चले जाते हैं। पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी से जागरूकता ही बचा सकती है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश भर में एंटी रेबीज इंजेक्शन देने की एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत जिला ऊना में 5 अक्टूबर तक 500 से अधिक आवारा कुत्तों का टीकाकरण किया जाएगा।


कार्यशाला में अतिरिक्त उपायुक्त डॉ अमित शर्मा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से रेबीज के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसके अतिरिक्त विभिन्न विशेषज्ञों ने भी रेबीज़ बीमारी के संबंध में विस्तार से चर्चा की और उपस्थित व्यक्तियों को इस बीमारी से जुड़े तथ्यों के बारे में जागरूक किया। इससे पूर्व निदेशक पशुपालन विभाग डॉ प्रदीप शर्मा ने पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर का कार्यक्रम में पधारने पर स्वागत किया। डॉ प्रदीप ने कहा कि विश्व रेबीज दिवस महान वैज्ञानिक लुइस पाश्चर की पुण्यतिथि की स्मृति में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य रेबीज़ बीमारी के बारे में जागरूकता लाना है। डॉ प्रदीप शर्मा ने कहा कि इस वर्ष विश्व रेबीज दिवस का थीम रेबीज तथ्य, डर नहीं विषय पर मनाया जा रहा है। इस अवसर पर उपनिदेशक पशुपालन विभाग डॉक्टर जय सिंह सेन के साथ-साथ विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।