80 छात्रों को पढ़ा रहा सिर्फ एक अध्यापक

एस के शर्मा। हमीरपुर
राजकीय प्राथमिक पाठशाला बल्डूहक में 80 छात्रों को सिर्फ एक अध्यापक पढ़ा रहा है। स्कूल की एक अध्यापिका का हाल ही में तबादला किया गया। उनकी जगह दूसरा कोई अध्यापक अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। ऐसे में छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। छात्रों के अभिभावकों ने जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग से खाली पद को जल्द से जल्द भरने की मांग की है, नहीं तो उन्हें मजबूरन आंदोलन का रुख अपनाना पड़ेगा।
बता दें कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला बल्डूहक में इस समय स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 80 है। किसी समय में यह संख्या 30 रह गई थी, लेकिन स्कूल के स्टाफ और स्कूल मनेजमेंट कमेटी के प्रयासों से संख्या 90 छात्रों तक पहुंच गई थी, लेकिन 2018 में यहां के सीएचटी का तबादला हो गया। उनकी पोस्ट अभी तक खाली चल रही है। उनकी जगह कोई अध्यापक नहीं आया। ऐसे में स्कूल में सिर्फ दो ही अध्यापक रहे गए। स्कूल की एसएमसी ने छात्रों के पेरेंटस को इकट्ठा किया और छात्रों की फीस देने को जागरूक किया, जिससे कुछ रुपए हर महीने इकट्ठा होने लगे और एसएमसी ने उस रुपए से तीन प्राइवेट टीचर रख लिए। इसमें कुछ सहयोग गांव वालों का भी रहा।
स्कूल का काम बहुत अच्छा चलने लगा। इसमें दो रेगुलर टीचर और तीन प्राइवेट टीचर स्कूल को सुचारू रूप से चलाने लगे, लेकिन मार्च माह में कोरोना महामारी आ गई। इसके चलते प्राइवेट टीचर की छुट्टी कर दी गई। फिर दो रेगुलर टीचर छात्रों को ऑनलाइन स्टडी करवाने लगे। यही नहीं प्राइवेट स्कूल के कई छात्रों ने इस दौरान सरकारी स्कूल में एडमिशन भी ले ली, लेकिन इसी बीच स्कूल की एक अध्यापिका का तबादला कर दिया गया, जो उसी गांव की है। हालांकि अध्यापिका एक्सट्रा समय देकर छात्रों को पढ़ाती थी। अब अध्यापिका के बदले कोई दूसरा अध्यापक स्कूल में ज्वाइन नहीं किया है। ऐसे में छात्रों के अभिभावकों में रोष है।

वहीं, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर बीके नड्डा ने कहा कि बल्डूहक स्कूल में खैरी स्कूल के अध्यापक का तबादला किया गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक स्कूल ज्वाइन नहीं किया है। जबकि प्रदेश में सीएचटी की पदोन्नति न होने के चलते उक्त पद रिक्त चल रहा है।