पंचायत प्रतिनिधियों की खाेली आंखें, ग्रामीणों ने कायम की मिसाल

एसके शर्मा। हमीरपुर

बड़सर उपमंडल में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों तथा प्रशासन ने जब ग्राम पंचायत कठियाणा गांव करियाला के बाशिंदों की नहीं सुनी तो गांव वासियों ने खुद पैसे एकत्रित करके पक्की सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। गांव वासियों का कहना है कि जितने भी रास्ते हमारे गांव के लिए कच्चे हैं। हम खुद ही उनको पक्का कर लेंगे। गांव करियाला के लोगों ने कठियाणा पंचायत और प्रदेश के लिए मिसाल कायम कर दी। ग्राम वासियों ने कहा कि कई बार पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासन को कहा, लेकिन ग्रामीणों की बात को अनदेखा कर दिया।

लोगों ने बताया यह रास्ते पहाड़ी रास्ते हैं, जिसके चलते लोगों को आने-जाने में बहुत मुश्किल होती है। इस मुद्दे को लेकर सभी ग्राम वासियों ने बैठक का आयोजन किया। बैठक में यह फैसला लिया गया कि हम सभी ग्रामवासी इस सड़क को पक्का करेंगे और देश व प्रदेश में मिसाल कायम कर देंगे। पहले ही दिन लोगों ने श्रद्धा अनुसार दान भी दिया और उसके बाद गांव वासियों ने सड़क का निर्माण शुरू किया। सबसे बड़ी मिसाल आर्मी से आए रिटायर्ड संजीव सिंह डोगरा ने कायम की।

संजीव सिंह डोगरा ने कहा कि मैंने अपनी जेब से लगभग 1 लाख रुपए से ऊपर लगा चुका हूं और जितना भी मटीरियल इस सड़क पर लगा है मैंने अपनी पर्सनल जीप से सड़क तक पहुंचाया और गांव वासियों का भी धन्यवाद करना चाहता हूं कि बच्चों से लेकर महिलाओं, बुजुर्गों तक सबने खूब मेहनत और पैसे का सहयोग किया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क को पक्के हो जाने से गांव को अब आने-जाने की समस्या खत्म हो गई है और रिटायर्ड संजीव डोगरा का धन्यवाद करते किया। जिन्होंने इस सड़क को पक्का करने का निर्णय लिया था। संजीव सिंह डोगरा ने बताया की लगभग अभी तक 2 लाख से ऊपर लागत लग चुकी है, पूरा खर्चा कम से कम चार लाख तक हो जाएगा।