सरकार की ओर से इस व्यक्ति काे मिलेगा पद्मश्री अवार्ड

एमसी शर्मा। नादौन

विकास खंड नादौन के नोंहगी गांव के करतार सिंह सौंखले को भारत सरकार की ओर से पद्मश्री अवार्ड की घोषणा की गई है। सूचना मिलते ही समूचे नादौन क्षेत्र में प्रसन्नता की लहर है। करतार सिंह बांस का प्रयोग करके कलाकृतियां बनाते हैं। अधिकाशं कलाकृतियां उन्होंने शीशे की बोतल के अंदर बनाई है, जिसमें से भगवान शिव परिवार, राधा कृष्ण, अब्दुल कलाम, साईं बाबा सहित दुनिया की कई धरोरों की कृतियां बनाई है। इसके अलावा बोतल के बाहर भी बांस की कई ऐसी अद्भुत कृतियां बनाई है। करतार सिंह को इसके लिए हमीर गौरव, एशिया बुक ऑफ अवार्ड, इंडियन बुक ऑफ अवार्ड, सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपनी कला को और अधिक उबारा। करतार सिंह का बचपन उनके पैतृक गांव नादौन के गलोड़ क्षेत्र के रूटेहड़ गांव में बीता। हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा उन्होंने गलोड़ स्कूल से हासिल की। 1959 में जन्मे करतार सिंह ने बिलासपुर कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और उसके बाद उन्होंने डी फार्मेसी की। 1986 में उनकी नियुक्ति एनआईआईटी हमीरपुर में बतौर फार्मेसिस्ट हो गई।

1987 में उनका विवाह सुनीता देवी से हुआ, जो कि वर्तमान समय में कांगड़ा जिला के कूहना स्कूल में बतौर प्रवक्ता अपनी सेवाएं दे रही हैं। 2019 में ही करतार सिंह बतौर चीफ फार्मासिस्ट सेवानिवृत्त हुए हैं। करतार सिंह ने बताया कि बचपन से ही उन्हें बांस से बनी वस्तुओं से लगाव था और गत 20 वर्षों से वह उस कला से कलाकृतियां बना रहे हैं। वह अपनी कलाकृतियां बेचते नहीं, बल्कि सहेज कर रखते हैं। अब वह सरकार की मदद से एक म्यूजियम बनाना चाहते हैं।