कांगड़ा: पुराना कांगड़ा में ऊंची पहाड़ी पर स्थित मां जयंती के दरबार में पंचभीष्म मेले कल से शुरू हो रहे हैं। यह मेले पांच दिन तक चलेंगे। हर वर्ष दिवाली के बाद कार्तिक मास की एकादशी से मेले शुरू होते हैं। इस दौरान तुलसी को गमले में लगा कर उसे घर के भीतर रखा जाता है और चारों और केले के पत्र लगाकर दीपक जलाया जाता है।
मां के दरबार में पांच दिन तक पांच दीये अखंड जलाए जाते हैं। मां जयंती कांगड़ा किले से पांच सौ फीट की ऊंचाई में पहाड़ी पर स्थित मां दुर्गा की छठी भुजा का एक स्वरूप है।
यहां हजारों श्रद्धालु इन मेलों में मां के दरबार पहुंचते हैं। पुराना कांगड़ा से जयंती माता मंदिर की सीढिय़ों तक सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है, इसके बाद करीब चार किलोमीटर का पैदल रास्ता तय करके मंदिर में पहुंचते हैं।
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जयंती माता मंदिर कांगड़ा बस अड्डा से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट से 12 किलोमीटर तथा कांगड़ा रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कांगड़ा बस अड्डा से पुराना कांगड़ा चार किलोमीटर है। यहां के लिए बस सुविधा उपलब्ध है, पुराना कांगड़ा ने नंदरूल मार्ग पर स्थित जयंती माता मंदिर की पैदल चढ़ाई डेढ़ किलोमीटर व करीब 100 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।