नूरपुर की जनता को गुमराह न करें पठानिया : महाजन

विनय महाजन। नूरपुर

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने सरकार को पार्किंग तथा स्टेडियम पर घेरा है। महाजन ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हाल ही में वन मंत्री राकेश पठानिया द्वारा किए गए पार्किंग व शॉपिंग काम्प्लेक्स के उद्घाटन में भाजपा सरकार का योगदान सिर्फ 3 वर्ष लटकाने व फीता काटने का था, जबकि यह प्रोजेक्ट कांग्रेस की देन है तथा सन् 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री ने इसका शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन काल में उक्त प्रोजेक्ट की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र द्वारा लगाई गई शिलान्यास पट्टिका शरारती तत्वों द्वारा तोड़ दी गई थी, जबकि प्रशासन व सरकार ने उद्घाटन समारोह में उक्त पट्टिका को नहीं लगाया, जो कि एक ओच्छी राजनीति को दर्शाता है।

इतना ही नहीं भाजपा सरकार में एफआईआर भी दर्ज हुई थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई महाजन ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा उक्त प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहे ठेकेदार को भी उद्घाटन समारोह में बुलाना भी मुनासिब नहीं समझा और न ही उसका अभी तक एक करोड़ से ऊपर बची राशी का भुगतान किया गया। महाजन ने कहा कि वन मंत्री द्वारा वार्ड-9 के बेघर हुए लोगों को भूमि दिलाने व घर बनाने का वायदा दो वर्ष पूर्व किया गया था, लेकिन आज तक वह वायदा सिर्फ कागजों में सीमित है। वार्ड-9 के कई परिवारों को जर्जर भवनों में घर अलॉट किए गए है, जो कि खतरे में जीवन जी रहे हैं। सरकार की विना मजूरी के ऐसे पीड़ितों को सरकारी आवास दे दिए, जिनकी हालत खराब है कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया, जिसको लेकर ये परिवार भविष्य को लेकर दुःखी हैं।

महाजन ने कहा कि पिछले साढ़े 3 वर्ष में न तो  नूरपुर के नए कॉलेज में एक ईंट लगी और न ही मातृ शिशु अस्पताल बन कर तैयार हुआ। अस्पताल में चिकित्सकों की कमी भी पूरी नहीं हो सकी और न ही अभी तक वार मेमोरियल व जनजातीय भवन का कोई अता पता है। महाजन ने कहा कि भाजपा सरकार में नूरपुर में जो कार्य चल रहे है या उद्घाटन हुए हैं, वो सब कांग्रेस समय में स्वीकृत हुए थे। महाजन ने वन मंत्री पठानिया से जानना चाहा कि जनता की जुबान पर एक ही प्रश्न है कि आपका चार वर्ष में नूरपुर विधानसभा के लिए क्या योगदान है। उन्होंने पठानिया को नसीहत दी कि वह नुरपुर की जनता को गुमराह न करें।

महाजन ने चौगान स्थित मैदान में प्रस्तावित इंडोर स्टेडियम के निर्माण पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन काल में उक्त मैदान में बजीर राम सिंह बहुउद्देशीय स्टेडियम बनाने के लिए 5 करोड़ स्वीकृत हुआ था। वह स्थानीय विधायक व स्पोर्ट्स मंत्री से पूछना चाहते हैं कि क्या उनकी सरकार प्रस्तावित इंडोर स्टेडियम के लिए इससे अधिक राशि लगा रही है? स्टेडियम में  कंक्रीट निर्माण की जगह प्री फेवरिकेटिड निर्माण का प्रपोज़ल क्यों दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्री फेवरिकेटिड की अपेक्षा कंक्रीट निर्माण की लाइफ ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि क्या कंक्रीट निर्माण की बजाय प्री फेब्रिकेटिड निर्माण में लागत कम आती है।