बद्दी में प्रशासन के सुस्त रवैये से लोग हुए परेशान

उज्ज्वल हिमाचल। बद्दी

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के साथ लगती पहाड़ी पंचायत सोड़ी के गांव नवानगर में 24 अगस्त को बादल फटने के कारण गांव का मुख्य रास्ता और ग्रामीणों की 60 से 70 बीघा भूमि भी नष्ट हो गई रास्ता बंद होने के चलते ग्रामीण अपने घरों से समान तक भी नहीं निकाल पा रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि 24 तारीख को सीपीएस रामकुमार चौधरी व एडीसी सोलन एएसडीम नालागढ़ आईपीएच, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौके पर आए थे और गांव में पढ़ रही दरारें को देखते हुए गांव को खाली करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद गांव के लोगों ने जैसे तैसे गांव खाली करना शुरू किया लेकिन 24 अगस्त को देर रात बादल फटने के कारण उनके गांव का सारा रास्ता बंद हो गया।

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जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया और रास्ता खोलने की मांग की पर अधिकारियों ने एक दिन तो जेसीबी भेजी और फिर उसके बाद यह कहकर टाल दिया कि ठेकेदार को काम दे दिया है और अब वोही वहां पर काम करेगा। गांव वालों ने बताया कि ठेकेदार सिर्फ तीन-चार दिन मौके पर आया। जिसमें एक दिन जेसीबी से थोड़ा रास्ता साफ किया गया और उसके बाद एक दिन जेसीबी का टायर पंचर हो गया अगले दिन डीजल खत्म हो गया और उसके बाद मशीन स्टार्ट ही नहीं हुई। गांव वालों ने सीपीएस व दून विधायक से मांग की है कि जल्द से जल्द रास्ता खोला जाए और अधिकारियों पर नकेल भी कसी जाए गांव को खाली कर रहे कुछ युवाओं ने भी सरकार वह सीपीएस से मांग की है कि उन्हें जल्द रोजगार दिया जाए। क्योंकि वह सिर्फ अपनी खेती बाड़ी पर ही निर्भर थे

जोकि अब भूमि धसने के कारण उनकी उपजाऊ भूमी खराब हो चुकी है। युवाओं का कहना है कि जब भी वह नौकरी मांगने के लिए उद्योगों में जाते हैं तो उद्योगपति उन्हें यह कहकर भेज देते हैं कि तुम स्थाई निवासी हो जिसके कारण गांव के सैंकड़ो युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और पढ़े-लिखे युवा इस आपदा की घड़ी में बेबस बैठे हुए हैं। सभी गांव वासियों ने सीपीएस रामकुमार से मांग की है कि उनके गांव की भूमि का निरीक्षण भू-वैज्ञानिको द्वारा करवाया जाए ताकि गांव के लोगो को ये पता चल सके कि भविष्य में लोग इस गांव में रह सकते हैं या नहीं।

 संवाददातताः सुरेंद्र सिंह सोनी

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