सालों से अधूरी सड़क का पूरी होने का इंतजार कर रहे लोग, CM को भेजा ज्ञापन

विनय महाजन। नुरपूर

शिव शक्ति युवा मंडल समलेट, पंचायत हाथीधार, जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक चिठ्ठी भेजी। यह जानकारी युवा मंडल समलेट के प्रधान जोगेन्दर सिंह पूर्व सैनिक ने देते हुए कहा कि चिठ्ठी में इस बात का उल्लेख किया गया है कि सन 2006 में पंचायत टीका नगरोटा से लेकर समलेट गांव तक 10 किमी सडक प्रधानमंत्री सडक योजना के तहत पक्की बन चुकी है।


उससे आगे की शेष सडक समलेट से मालवां तक पक्की सडक का निर्माण विभाग दारा लटका दिया गया है। चिठ्ठी में मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि शेष सडक का निर्माण करने हेतु विभागीय अफसरशाही को दिशा निर्देश दिए जाएं ताकि लोगां की समस्याओं का निपटारा हो सके। इसी कारण हल्के की जनता आज भी भारत सरकार की अनेकों योजनाओं से वांछित है।

आज के दौर में मुख्य सडक तक पहुंचने के लिए बीमारी व पढाई के नजरिए से गांववासी काफी दूर है। कुछ समलेट निवासियां ने अपनी मलकीयत भूमि लगभग दो कनाल हैली पैड बनाने हेतु दान दी है। गांव के लोगो के लिऐ यह मन्डल हैलीपैड बनाने हेतु मुख्यमंत्री से निवेदन करता है कि अगर सरकार इस पर गौर करती है, तब यह हल्का भारत के मानचित्र पर टूरिज्म के रूप में विकसित हो जायेगा।

जिस पर किसी भी सरकार ने ध्यान नही दिया। उल्लेखनीय है कि अटल विहारी वाजपेयी जब देश के प्रधानमंत्री थे, तब कांगड़ा चंबा के सांसद व केबिनेट मंत्री शांता कुमार ने इस पिछडी जोन की पंचायत को विकसित करने हेतु इस सडक की मंजूरी दिलवाई थी क्यांकि आज भी यह हल्का मेहरचन्द महाजन को भारत के मुख्य न्यायधीश के परिवार के नाम से जाना जाता है लेकिन आज तक विभाग ने इन गांववासियां का सपना पूरा करने हेतु 6 किमी की पक्की सडक का निर्माण आज तक नही किया।

शिव शक्ति युवा मन्डल समलेट के प्रधान व सदस्यां का कहना है कि मंडल ने हैली पैड की भूमि के प्रस्ताव को मंजूरी इसलिए दी कि राजाओ के शासन में यह हल्का गुड मंडी के नाम से मशूहर था लेकिन इस हल्के को छोटा शिमला के रुप मे विकसित करने हेतु वीरभद्र सरकार ने किसी समय पहल की थी।

इतना ही नही यहां से कुछ दूरी पर चंबा जिले की सीमा आरंभ होती है, जहां सडक बनकर तैयार है लेकिन 6 किमी की अगर पक्की सडक बन जाए तो चम्बा जाने के लिए एक और रास्ता बन जायेगा। इस चिठ्ठी की कापियां वन मंत्री राकेश पठानिया व नुरपूर से एस ई को भी भेजी गयी है।

इस विषय मे नुरपूर के एस ई एम के धीमान का कहना है कि मामला उनके पास अभी आया है। इस पर तुरंत कार्यवाही होगी और पता लगाया जायेगा कि आखिरकार पूरी सडक पक्की क्यो नहीं बनी। उन्होने निचले स्तर की अफसरशाही से रिपोर्ट तलब की है।