एसएमसी शिक्षकों के लिए स्थाई नीति बनाने की जगी उम्मीद : राय

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

गोविंद ठाकुर के शिक्षा मंत्री बनने के बाद प्रदेश शिक्षा क्षेत्र मे नई उचाईयों को बुलन्द करेगा। प्रदेश मे एसएमसी शिक्षकों को स्थाई नीति बनाई जाएगी ऐसी उम्मीद जगी है यह बाते जारी प्रेस बयान में एसएमसी स्टेट युनियन सचिव व शिलाई एसएमसी इकाई अध्यक्ष राय सिंह ने प्रेस बयान में बताई है।

राय सिंह ने बताया कि प्रदेश मे 2630 एसएमसी शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे है जिनमें 775 पीजीटी, 109 डीपीई, 603 टीजीटी, 993 सीएन्डबी, 155 जेबीटी शिक्षक सेवाएं दे रहे है पिछले 8 सालों से सभी एसएमसी शिक्षक न्यूनतम वेतन पर सेवाएं दे रहे है । न्यूनतम वेतन के सहारे शिक्षकों का गुजरा करना मुश्किल हो रहा है । दिसम्बर 2019 के बाद आठ महीने का वेतन शिक्षकों को अभी तक नहीं मिल पाया है। जिससे सभी शिक्षकों के परिवार सड़क पर आने को तैयार है।

शिक्षक लगातार ऑनलाइन शिक्षा बच्चों को प्रदान कर रहे है। बावजूद उसके शिक्षकों को वेतन नही दिया जा रहा है । बाकी सभी सरकारी शिक्षकों को सरकार वेतन दे रही है । जिससे एसएमसी शिक्षक खुद को शोषित महसूस कर रहे है तथा सभी शिक्षक आर्थिक मन्दी से जुझ रहे है। प्रदेश एसएमसी युनियन, प्रदेश मुख्यमंत्री सहित शिक्षा मंत्री से आग्रह करती है कि एसएमसी शिक्षकों के लिये स्थाई नीति बनाएं तथा रुका हुआ वेतन सभी शिक्षकों को जल्द दिया जाए। ताकि कोरोना संक्रमण के चलते परिवार का पालन पोषण करने मे सक्षम हो सकें।

राय सिंह ने गोविंद ठाकुर के शिक्षा मंत्री बनने पर आभार प्रकट करते हुए बताया कि शिक्षा मन्त्री ऊर्दू व पजाबी भाषा के शिक्षकों की तर्ज पर एसएमसी शिक्षकों के लिये स्थाई नीति बनाए। एसएमसी शिक्षक अन्य शिक्षकों की तर्ज पर शेक्षणीक डीग्रियों के अतिरिक्त सभी माफदण्ड पुरे करते है। इस अवसर पर दर्जनों एसएमसी शिक्षक मौजूद रहे।