पाइप में लीकेज के कारण व्यर्थ बह रहा पानी

आईपीएच विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे लोग

एसके शर्मा। हमीरपुर

उपमंडल बड़सर के कई क्षेत्राें में आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली लोगों की समझ से परे हो चली है। विभाग द्वारा पेयजल सप्लाई के लिए बिछाई जाने वाली पाइपें कई स्थानों पर खुले में बिछाई गई है। इन पाइपों से कई स्थानों पर खुले में पेयजल व्यर्थ बहता रहता है, लेकिन संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के ध्यान में मामला लाए जाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है। महारल क्षेत्र में पिछले कई दिनों से टूटी पाइप से पानी व्यर्थ बह रहा है। क्षेत्र में पेयजल किल्लत के बावजूद इसकी बर्बादी लोगों को रास नहीं आ रही है।

बताते चलें की पेयजल पाइप लाइन नियमों के मुताबिक जमीन से एक से डेढ़ फीट नीचे दबाई जानी चाहिए, लेकिन महारल क्षेत्र में नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पाइपें खुले में बिछा दी गई हैं। सड़क किनारे बिछी इन पाइपों के कारण एक तरफ जहां हर वक्त दुर्घटना का खतरा बना रहता है।

वहीं, दूसरी तरफ़ पाइपें टूटकर पेयजल बर्बादी का कारण बन रही हैं। ऐसे में लोगों का सवाल है कि बूंद-बूंद बचाने की नसीहत देने वाला जलशक्ति विभाग आखिर क्यों इस समस्या के समाधान बारे गंभीर नहीं दिखाई देता है। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से पेयजल बर्बादी को रोकने व पाइपों के उचित रखरखाव की अपील की है।

इस संदर्भ में कनिष्ठ अभियंता अनिल धीमान का कहना है कि आपके माध्यम से समस्या बारे ज्ञात हुआ है। शीघ्र ही समाधान के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों बिजली सप्लाई बाधित रहने से जलस्रोतों से पानी लिफ्ट नहीं हो पाया था। इसलिए पेयजल समस्या आ रही है। इसे भी शीघ्र दूर किया जाएगा।