पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से किए सुप्रसिद्ध मंदिर बाबा भूतनाथ मंदिर के लाईव दर्शन

उमेश भारद्वाज। मंडी

दीपावली के बाद अगली सुबह छोटी काशी मंडी के लिए एक अविस्मरणीय दिन के तौर पर आई। गोर्वधन पूजा के अवसर पर केदारनाथ में मौजूद पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से मंडी के सुप्रसिद्ध मंदिर बाबा भूतनाथ मंदिर के लाईव दर्शन किए। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने उत्तराखंड के केदारनाथ दौरे में बाबा भूतनाथ के अलावा प्रदेश के शक्तिपीठ ज्वालाजी सहित कुल 5 धार्मिक स्थलों में भी वर्चुअल माध्यम से अपना शीश नवाया।

वहीं ज्वालाजी शक्तिपीठ में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे। मंडी में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम में मौजूद श्री राधा कृष्ण मंदिर भुंतर के श्री रामशरण ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा केदारनाथ की पावन भूमि से दर्शन धर्म के संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया है। उन्होंने कहा धर्म और संस्कृति को को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है।

उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ से वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर से लाईव जुड़े थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शंकराचार्य द्वारा भ्रमण किए गए मंदिरों को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जोड़ा गया था। इसमें कांगड़ा का शक्तिपीठ ज्वालाजी, शिव मंदिर बैजनाथएजटोली मंदिर सोलन और चौरासी मंदिर भरमौर चंबा को वर्चुअल माध्यम से जोड़ा गया था। अरिंदम चौधरी ने कहा कि बाबा भूतनाथ मंदिर के लाइव दर्शनों के बाद विश्व पटल पर मंडी को पहचान मिलेगी।

बाबा भूतनाथ मंदिर का इतिहास

मंडी के अधिष्ठाता बाबा भूतनाथ का इतिहास करीब पांच सौ साल पुराना है। वर्ष 1527 में अजबर सेन ने बाबा भूतनाथ मंदिर के साथ आधुनिक मंडी शहर की स्थापना की थी। मंडी भगवान भोले शंकर की कर्मभूमि के रूप में भी विख्यात है। पौराणिक मान्यता के अनुसार पर्वतराज की पुत्री पार्वती को विदा कर ले जाते समय भगवान शिव को संसार का ध्यान आया तो वे बरातियों के साथ ही नई नवेली दुलहन को वहीं छोड़ कर तपस्या में लीन हो गए। शिव के वापस न आने पर पार्वती रोने लगीं, उसके विलाप को सुनकर पुरोहित आगे आया। उन्होंने शिव का आह्वान करने के लिए मंडप की स्थापना की। मंडप में प्रकट होकर भगवान शिव ने कहा कि उन्हें क्यों बुलाया गया है। इस पर पुरोहित ने कहा कि आपकी याद में रोते-रोते पार्वती सो गई हैं।

तभी से इस स्थान का नाम मंडप से मांडव्य और फिर मंडी पड़ा। यहां भोलेनाथ स्वयंभू शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए हैं। मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर में प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं विधायक सुंदरनगर राकेश जंवाल, नगर निगम की महापौर दिपाली जस्वाल, उप महापौर वीरेंद्र भट्ट सहित अन्य पार्षद गण, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, एसडीएम रितिका जिंदल, जिलाध्यक्ष भाजपा रणवीर सिंह और दलीप सिंह, भाजपा मंडलाध्यक्ष मनीष कपूर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं इस अवसर पर बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत श्री देवानन्द सरस्वती महाराज, भुंतर के श्री राधा कृष्ण मंदिर के महंत श्री रामशरण दास महाराज व उनके शिष्य श्री हरिमोहन दास, असम गुवाहाटी से बाबा श्री श्रवण दास महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे