पौंग झील किनारे विभिन्न प्रजातियों के सैकड़ों प्रवासी पक्षियों की मौत

दौलत चौहान। जवाली

 

पौंग झील के किनारे पिछले कल असंख्य प्रवासी पक्षी मृत पाए गए थे। पक्षियों के मरने का क्रम बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान कई पक्षी पौंग झील के किनारे और पानी में तड़प कर मरते भी दिखाई दिये। प्रवासी पक्षियों के अचानक एक साथ मरने से संबंधित वाइल्ड लाइफ विभाग सतर्क हो गया है।

बुधवार को वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ राहुल एम रोहाणी ने सिद्धाथा क्षेत्र में विभागीय टीम के साथ पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा मृत पक्षियों का पोस्टमार्टम उनके अवशेषों के सैंपल एकत्रित किये। आपको बता दे कि विदेशों में बर्फवारी व कड़ाके की ठंड के चलते हर डाल हजारों प्रवासी पक्षी भारत का रूख करते हुए पौंग झील में आते है। लेकिन यह प्रवासी पक्षी पेट भरने के लिए जैसे ही बाहर खाली जमीन में निकलते हैं, तो लोगो द्वारा फसलों को बचाने के लिए डाली दवाई से प्रवासी पक्षी मौत का ग्रास बन जाते हैं। इलाके के लोगों ने सरकार से मांग की है कि पौंग झील के किनारे फसल की बीजाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

इस बारे डीएफओ हमीरपुर राहुल एम रोहाणी ने कहा कि पिछले कल विभिन्न प्रजातियों के 425 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है। आज भी पौंग झील के किनारे असंख्य पक्षी मरे पाए गये है और कुछ तड़प रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए मृत पक्षियों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा पक्षियों की मौत कैसे हुई।