टमाटर के मूल्य ने पकड़ी रफ्तार

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

मंडी जिला की बल्ह घाटी अपने लाल सोने की फसल के लिए प्रसिद्ध है। कोरोना संकट में फंसे करोड़ों रुपए के कारोबार वाले टमाटर के मूल्य ने अब रफ्तार पकड़ना शुरू कर दी है। बल्ह घाटी में शनिवार को टमाटर के क्रेट का रेट 400 रुपए तक पहुंचने पर टमाटर उत्पादकों ने राहत की सांस ली है। बल्ह के ढाबण निवासी इशांत सैनी ने कहा कि सीजन के शुरुआत में टमाटर के क्रेट का दाम 100 से 150 रूपये था। लेकिन जैसे सीजन आगे बढ़ रहा है टमाटर के एक क्रेट का मूल्य 400 रुपए तक पहुंचा, तो वहीं अवतार वैरायटी के टमाटर का क्रेट 350 रुपए तक के भाव में बिक रहा है। बल्ह में टमाटर के तुड़ान का कार्य लगभग आधा महीना पहले शुरू हो चुका है।

पहले टमाटर की फसल को बीमारी लगी और फिर ओलावृष्टि से टमाटर खराब हुआ। इसके बाद कोविड-19 के संकट के चलते शुरुआत में बाहरी राज्यों के व्यापारी न आने के कारण बल्ह में टमाटर की बेकद्री शुरू हो गई। शुरुआती दौर में टमाटर उत्पादकों को भारी घाटे पर टमाटर का क्रेट सौ से डेढ़ सौ रुपए में लोकल व्यापारियों को मजबूर होकर बेचना पड़ा। टमाटर उत्पादकों ने सरकार से संकट के हल की मांग की तो उसके बाद टमाटर उत्पादकों को संकट से निकालने के लिए एसडीएम बल्ह के कार्यालय में बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी की मौजूदगी में प्रशासनिक स्तर पर किसान संगठनों के बीच में बैठक हुई, जिसमें टमाटर की बिक्री के लिए अस्थायी सब्जी मंडियों के खोलने का फैसला लिया गया। इस बैठक में एग्रीक्लचर डिपार्टमेंट और एपीएमसी को व्यवस्था की देखरेख का जिम्मा दिया गया। अब करीब 60 से 70 व्यापारियों के बल्ह में आने से बल्ह के टमाटर उत्पादकों को कुछ राहत मिली है। बता दें कि पिछले साल टमाटर का एक क्रेट सात सौ से एक हजार रुपए तक बिक चुका है।