रास्ते में खड्ड है या खड्ड में रास्ता, पता नहीं चलता: पराशर

-संजय ने सरड़ डोगरी में किया 34वें महायज्ञ का आयोजन

उज्जवल हिमाचल। रक्कड़

कैप्टन संजय ने कहा है कि जसवां-परागपुर क्षेत्र के कई गांवों में संपर्क मार्गों की दुर्दशा ऐसी है कि यह पता ही नहीं चलता कि रास्ते में खड्ड है या खड्ड के बीच रास्ता है। विकास की कथित रफ्तार के बीच ऐसे गांव अभी तक दुर्गम बने हुए हैं और गांववासियों को भी इस पिछड़ेपन का मलाल महसूस होता है।

सोमवार को क्षेत्र की सरड़ डोगरी पंचायत के शिव भोले नाथ मंदिर में आयोजित 34वें महायज्ञ में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पराशर ने कहा कि विडंबना है कि ऐसे गांवों की श्रेणी में सरड़ डोगरी का नाम भी शामिल है, जहां विकास के नाम पर बहुत कुछ होना शेष है।

पंचायत में पेयजल की निर्बाध सप्लाई की व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई है। सरड़ दाई और सरड़ लोहारी में एंबुलेंस रोड़ की आवश्यकता है, लेकिन इस पर भी चुनावों के दिनों में सियासी आश्वासन देकर काम चलाया जाता है। जमीन पर काम आज तक क्यों नहीं हो पाया है, यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

पराशर ने कहा कि इन गांवों में अगर दुर्भाग्य से कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो आपात स्थिति में अधिकतर समय तो मुख्य सड़क तक पहुंचने में ही लग जाता है। कहा कि उन्होंने जनसंपर्क अभियान के तहत कई ऐसे गांवों का दौरा किया, जहां दिन के समय में भी पहुंचना बहुत मुश्किल होता है।

संजय पराशर ने कहा कि इन गांवों के विकास को लेकर तमाम बड़ी-बड़ी बातें होती रही हैं। ग्रामीणों को विकास के सपने दिखाने के लिए कई योजनाओं को आकार देने के दावे किए गए। इसके बावजूद भी गांवों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और मूलभूत समस्याओं से भरे पिटारे का बोझ कम नहीं हो पाया।

संजय ने कहा कि वह गांवों की दिशा व दशा बदलने के लिए सकारात्मक विजन व मिशन से कार्य करेंगे। यह कार्य व्यवस्था परिवर्तन से होगा। कहा कि अगर उन्हें क्षेत्र के प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला तो वह एक हजार गरीबों के मकान बनाएंगे। हर गांव में एंबुलेंस लिंक रोड़ पहुंचे, इसके लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाएगी। संजय ने कहा कि विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर न लगे, इसके लिए स्कूलों व कॉलेजों में स्टाफ की कमी नहीं होने दी जाएगी।

स्वास्थ्य संस्थानों में व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और बुजुर्गों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हल स्थानीय अस्पतालोें में करने की व्यवस्था की जाएगी। पराशर ने कहा कि पंचायत में ही ग्रामीणों को हर सरकारी योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए पंचायत मुख्यालयों में सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। कहा कि उनका ध्येय आम जनता की सेवा करना है और वह समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध हैं।

वहीं, सरड़ डोगरी में आयोजित महायज्ञ में क्षेत्र के डेढ़ सौ से ज्यादा परिवारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और हवन कुंड में आहुतियां डालीं। इस अवसर पर सेवानिवृत कैप्टन केहर सिंह, नरेश डोगरा, शशिपाल, निक्का राम, हरदयाल, बलवीर, हंसराज, दलीप सिंह, सुरेन्द्र विशाल, ठाकुर, नितिन, दिलबाग सिहं, किशन सिंह, जगदीश चदं, रत्न सिंह और किशोरी लाल सहित गणमान्य मौजूद रहे।

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