रत्ती की कोरोना पॉजिटिव का कड़े विरोध में हुआ अंतिम संस्कार

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

हिमाचल प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 5 तक पहुंच गया है। बीते कल सोमवार को जिला मंडी की नेरचौक नगर परिषद के वार्ड रत्ती निवासी अशोका रानी ने कोविड-19 अस्पताल नेरचौक में दम तोड़ दिया। अशोका रानी किडनी रोग से भी पीड़ित थी और डायलिसिस पर थीं। वहीं, मंगलवार सुबह मृतिका का अंतिम संस्कार बल्ह घाटी के कंसा चौक से बहने वाली सुकेती खड्ड में हिंदू रीतिरिवाजों के अनुसार स्थानीय लोगों के भारी विरोध के बीच संपन्न कर दिया गया।

बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के कारण मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए इसी स्थान को चिन्हित किया गया है, लेकिन मृतक महिला के अंतिम संस्कार को लेकर मौके पर नगर परिषद के वार्ड डडौर के पार्षद आलमू राम और सुमन चौधरी ने लगभग 100 गांववासियों सहित जमकर हंगामा किया। मौके पर हालात इतने खराब रहे कि ग्रामीणों द्वारा शव को जलाने के लिए चिन्हित स्थान तक ले जाने वाले रास्ते पर पत्थर फैंक कर उसे अवरोध कर दिया गया।

  • मौके पर हालात रहे तनावपूर्ण, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ कंसा
  • शव ले जाते समय सड़क में रखे पत्थर
  • डीएसपी एसएचओ और एसडीएम ने सुलझाया मामला

वहीं, मौके पर स्थित खराब होती देखकर डीएसपी अनिल पटियाल और थाना प्रभारी बल्ह राजेश ठाकुर ने लोगों पार्षदों सहित अन्य इक्ट्ठा हुए लोगों को समझाया गया, लेकिन लोग मृतिका का कंसा के बजाए रत्ती वार्ड में अंतिम संस्कार करने पर अड़े रहे। वहीं, मौके पर एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा ने भी आकर लोगों को इस स्थान को कोविड-19 से मृत्यु होने वाले मरीज के अंतिम संस्कार करने के लिए चिन्हित होने के बारे में बताकर शांति बहाल की गई।

इस दौरान सुकेती खड्ड का यह क्षेत्र पुलिस छावनी में तबदील हो गया था और मौके पर मंडी पुलिस के क्वीक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) के कंमाडो सहित दर्जनों पुलिस बल मौजूद रहा। पार्षदों सहित लोगों का विरोध यह था कि मृतिका अशोका रानी स्थानीय निवासी है और जब उनके वार्ड-1 रत्ती में शमशान घाट मौजूद है, तो वहां उनका अंतिम संस्कार किया जाए।

पार्षदों ने कहा कि पहले मौके पर हमीरपुर निवासी का दाह संस्कार किया गया है, जिसमें मानवीयता के आधार पर ग्रामीणों द्वारा कोई भी विरोध नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ग्रामीणों का विरोध जारी रहेगा।

उधर, मामले को लेकर दूरभाष के माध्यम से डीसी मंडी ऋगवेद ठाकुर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जो जगह शव को जलाने के लिए चिन्हित की गई है। उसी जगह पर महिला का अंतिम संस्कार किया गया है। अगर इसको लेकर किसी का कोई भी सुझाव है, तो वे प्रशासन को आकर बता सकते हैं।