प्रदेश के इन चार मेडिकल कॉलेजों में शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी: CM

Robotic surgery will start in these four medical colleges of the state: CM

उज्जवल हिमाचल। मंडी

हिमाचल प्रदेश में 172 हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से 14 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन (electricity production) होने के बावजूद हिमाचल की जनता हाथ कुछ भी नहीं लग पाता है। प्रदेश को आगामी वित्त वर्ष में वाटर सेस के माध्यम से 1800 करोड़ रूपयों का रेवन्यू जनरेट किया जाएगा। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू ने मंडी जिला के श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में एमबीबीएस चिकित्सकों के प्रथम दीक्षांत समारोह के दौरान अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि वाटर सेस के निर्णय के संबंध में हरियाणा और पंजाब सरकार से भी चर्चा की गई है। इस मामले को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद कर हल निकाला जाएगा।

सीएम सुख्खू ने कहा कि प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान का एमरजेंसी वार्ड उस संस्थान का आयना होता है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य संस्थानों में एमरजेंसी के लिए विशेष स्टाफ की नियुक्ति करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार डिपार्टमेंट ऑफ एमरजेंसी मेडिसन बना रही है। इसके तहत चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे आपातकालीन सेवाओं (emergency services) में गुणवत्ता बढ़ने के साथ-साथ चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ स्वस्थ भी रहेंगे।

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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू ने कहा कि सरकार राज्य के 4 मेडिकल कॉलेजों शिमला, टांडा, नेरचौक और हमीरपुर में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने जा रही है। शिमला और टांडा चिकित्सा महाविद्यालयों में लेटेस्ट पैट स्कैन और सीटी स्कैन की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में चिकित्सा महाविद्यालयों में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। राज्य सरकार ने मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन का गठन किया है, जिससे सरकारी खरीद में पारदर्शिता आएगी।

सीएम सुखविंदर सिंह सुख्खू ने कहा कि प्रदेश भविष्य की ऊर्जा के क्षेत्र ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 40 वर्षों से प्रदेश में टूरिज्म सेक्टर को लेकर कोई विशेष कार्य नहीं किया गया है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने इस बार 3 हजार करोड़ रुपयों का बजट टूरिज्म के लिए दिया गया है। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को हेलीपोर्ट के माध्यम से जुड़े जाने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा जिला को प्रदेश की टूरिज्म राजधानी बनाया जाएगा और वहां पर टूरिज्म को लेकर बड़ी इन्वेस्टमेंट्स की जाएगी।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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