ग्रामीण महिलाओं को घर द्वार मिला रोजगार

एसके शर्मा। हमीरपुर
उपमंडल बड़सर के सलौनी क्षेत्र में महाराजा हैंडीक्राफ्ट्स एवम हैंडलूम सोसाइटी, मनाली एवं विकास आयुक्त हस्तशिल्प नई दिल्ली द्वारा अनुदानित एएचवीवाई योजना के अंतर्गत क्राफ्ट डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम चलाया गया था। जिसका असर अब दिखने लगा है। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के तहत ब्लॉक बिझड़ी के स्वयं सहायता समूहों कि महिलाओं द्वारा क्रोशिया क्राफ्ट से बनाए जाने वाले उत्पादों को आम जनता के सामने लगातार सात दिनों तक लाइव प्रदर्शित किया गया। जिसमें एक्सपट्र्स, डिज़ाइनर, विभिन्न विभागों के अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया था। अब इन स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को अनेक व्यापारी संगठनों व दुकानदारों के तरफ से डिमांड आने लगे हैं। जो इन उत्पादों को अपने संस्थान के माध्यम से बेचना चाहते हैं।

सोसाइटी के संचालक राजकुमार ने जानकारी दी है। अब स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्डर मिलने लगे है । विकास आयुक्त हस्तशिल्प केंद्र सरकार की यह योजना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सही कदम साबित हुई है। ग्रामीण स्तर की महिलाएं अब घर द्वार पर हस्तशिल्प उत्पाद को तैयार करने में भी काफी रुचि दिखा रहे हैं, जिससे ग्रामीण महिलाओं को भी घर द्वार रोजगार शुरू हो गया है। बता दें कि विकास खंड बिझड़ी से लगभग 250 के करीब महिलाओं ने हस्तशिल्प वर्कशॉप में भाग लेकर नई-नई तकनीक को सीखने का मौका मिला है।