संजय पराशर ने फिर खोले युवाओं के लिए रोजगार के द्वार

डाडासीबा में दो युवतियों सहित सोलह को दी नौकरी की स्पांसरशिप

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

सुरसा की तरह बढ़ती बेरोजगारी की समस्या के बीच कैप्टन संजय प्रदेश व जसवां-परागपुर क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार फिर से खोलकर यह साबित कर दिया है कि जो वह कहते हैं, उसे करके भी दिखाते हैं। पराशर निरंतर युवाओं को मर्चेंट नेवी और अपनी कंपनी के कार्यालयों से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं।

अब एक बार फिर डाडासीबा स्थित वीआर मेरीटाइम कार्यालय से संजय ने सोलह युवाओं को नौकरी की स्पांसरशिप प्रदान की है। डिप्लोमा इन नॉटिकल सांइस (डीएनएस) को उतीर्ण करने के बाद इन युवाओं की नौकरी पक्की हो जाएगी। बड़ी बात यह है कि पहली बार क्षेत्र से दो युवतियों का चयन भी मर्चेंट नेवी के लिए हुआ है।

सभी युवा गरीब व साधारण परिवारों से संबंध रखते हैं। नौकरी की स्पांसरशिप मिलने पर युवाओं ने पराशर का अभार जताया है। अब तक कैप्टन संजय तेरह सौ से ज्यादा युवाओं के लिए रोजगार के साधन सृजित कर चुके हैं और यह प्रक्रिया लगातार चली हुई है।

दरअसल कोरोना के बाद बेरोजगारी से उपजे हालात के बीच संजय पराशर प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। कोरोना के बाद उपजी विपरित परिस्थितयों को पराशर ने गहराई से समझा और उसके बाद संजय प्रदेश व स्थानीय युवाओं के लिए संकट मोचक बन गए।

कैप्टन संजय का मानना है कि रोजगार हासिल करना आज की तारीख में सबसे बड़ा मुद्दा है। पराशर का कहना है उच्च शिक्षा ग्रहण करने और प्रशिक्षण लेने के बाद भी युवाओं को रोजगार हासिल करने के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे में उन्होंने अपनी ओर से प्रयास किया है कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया करवाया जा सके।

पराशर ने कहा कि उन्होंने जसवां-परागपुर के बेरोजगार मुक्त करने का सपना देखा है। जिन युवाओं को स्पॉन्सरशिप दी गई हैं, उन्हें अपना डिप्लोमा पूरा होने के बाद शिप पर भेज दिया जाएगा। यही उनकी लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट होगा। कहा कि हिमाचल प्रदेश के युवाओं को मर्चेंट नेवी में नौकरी प्रदान करने के लिए जसवां-परागपुर का डाडासीबा पूरे प्रदेश में हब बन चुका है और पूरे प्रदेश से युवक-युवतियां यहां मर्चेंट नेवी में नौकरी लेने के लिए आ रहे हैं।

हर्ष की बात है कि उन्हें रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। वहीं, जिन युवाओं का चयन नौकरी की स्पांसरशिप के लिए हुआ है, उसमें डाडासीबा के राहुल मेहरा, नैहरनपुखर से अनुश्रकित, बड़सर से आयुष बनयाल, पालमपुर से आकाश भट्, घमरूर से सिमरन चौधरी, बढ़हूं से नितिन कुमार, पपरोला से सौरभ, नुरपुर से वंश सम्याल, मैहरे से नीरज अग्निहोत्री, पालमपुर से राजवर्धन सिंह राणा व राहुल चड्डा, डलहौजी से गौरव कपूर, राजोल से गुलशन, कठाेली जवाली से गुरमीत कौर, बाथू टिप्परी से हर्ष और कसौली सोलन से मोहित शामिल हैं।

नितिन ने बताया कि उसके सपनों को पराशर ने पंख लगा दिए हैं। वह साधारण परिवार से संबंध रखता है और पिता जी दुकान करते हैं। आकाश ने बताया कि संजय पराशर की बदौलत उसके परिवार के आर्थिक हालात उसकी मनपसंदीदा नौकरी के लिए आड़े नहीं आए हैं और अब वह गर्व से मर्चेंट नेवी की नौकरी करेगा।

कुछ ऐसा ही अनुभव सांझा करते हुए वंश, मोहित, गुरमीत, राहुल, गौरव व हर्ष ने बताया कि वे मर्चेंट नेवी में अपना करियर संवारेगें और गांव व परिवार का आर्थिल संबल भी बनेंगे। नौकरी की प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के लिए युवाओं ने संजय पराशर का धन्यवाद भी व्यक्त किया है।

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