काेरोनाकाल में ही रोजगार सृजन को लेकर संजय पराशर ने रच दिया इतिहास

मर्चेंट नेवी सहित विभिन्न कार्यालयों में दिया 457 को रोजगार

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

बेशक कोरोना काल शुरू होने के हर क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में भारी कमी दर्ज हुई। इसके ठीक विपरित कैप्टन संजय पराशर ने रोजगार सृजन को लेकर नया इतिहास रच दिया। जसवां-परागपुर सहित प्रदेश भर के युवाओं के लिए इस प्रतिकूल समयाविध में पराशर ने रोजगार के नए द्वार खोल दिए। क्षेत्र के जिन युवाओं का रोजगार छिन गया था, उनकी काबियलित को पहचानते हुए संजय ने रोजगार उपलब्ध करवाया। प्रदेश की पहली शिपिंग कंपनी वीआर मेरीटाइम सर्विसेस प्रा. लिमिटेड ने जसवां-परागपुर और चिंतपूर्णी के अपने तीन कार्यालयों में अब तक 96 युवाओं को रोजगार प्रदान किया है। इस कंपनी के जहाजों पर इस समय ऑन बोर्ड एक सौ से ज्यादा हिमाचली कार्यरत हैं।

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कंपनी हिमाचल में स्थापित होने के बाद प्रदेश के कुल 457 युवाओं को रोजगार प्रदान कर चुकी है। अभी हाल ही में कैप्टन संजय ने मर्चेंट नेवी के लिए 15 युवाओं को नौकरी की स्पांसरशिप प्रदान की है। निश्चित तौर पर ऐसा सब संभव हुआ है कि कंपनी के प्रबंध निदेशक कैप्टन संजय पराशर के विजन के कारण, जहां उन्होंने युवाओं की प्रतिभा को तराशने और प्रशिक्षित करने के लिए निरंतर देश भर से विशेषज्ञों की टीम के साथ बेबीनार का आयोजन किया, तो अब ग्रामीण क्षेत्रों में निशुल्क कंप्यूटर और इंग्लिश लर्निंग सेंटर भी खोले जा रहे हैं। दरअसल सामाजिक सरोकारों को लेकर कुल 132 प्राेजेक्टस पर काम कर रहे कैप्टन संजय पराशर की सबसे बड़ी प्राथमिकता शिक्षा व रोजगार ही है।

पराशर का मानना है कि अगर रोजगार के साधन मिल जाएं तो व्यक्ति परिवार व समाज के लिए काफी कुछ कर सकता है। इन माध्यमों में विद्यार्थियों व युवाओं को निपुण बनाने के लिए सुदूर गांवों में भी प्रशिक्षण केन्द्र खोले जा रहे हैं। मेहड़ा, कटोह टिक्कर, लग, नारी-घाटी और स्वाणाा के बाद अगले सप्ताह चौली कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर खोला जा रहा है। इतना ही नहीं कैप्टन संजय इसी क्षेत्र के पढ़ाई में अव्वल लेकिन आर्थिक रूप से अक्षम 132 विद्यार्थियों को स्काॅलरशिप भी प्रदान कर रहे हैं।

पराशर के सानिध्य में मर्चेंट नेवी में रोजगार हासिल कर चुके शक्ति सिंह, मनु शर्मा, विक्रांत वालिया, जय गोपाल, नवीन पठानिया और मनदीप कुमार ने बताया कि उन्होंने पराशर से इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए मार्गदर्शन लिया और सफल रहे। वहीं, संजय पराशर का कहना था कि रोजगार के बिना सशक्त समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। प्रयास है कि रोजगार सृजन के अवसर बढ़े ताकि क्षेत्र के विकास में भी युवा वर्ग अपना योगदान तय करें।