हिमाचल : संजय पराशर ने दो विद्यार्थियों को दी स्कॉलरशिप

एक छात्रा को जेबीटी के कोर्स तो एक छात्र को बीसीए के लिए उपलब्ध करवाई राशि

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

पढ़ाई में अव्वल लेकिन आर्थिक रूप से अक्षम परिवारों के विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने के लिए कैप्टन संजय पराशर के प्रयास निरंतर जारी हैं। इसी कड़ी में अपने संसाधनों से उन्होंने बुधवार को जसवां-परागपुर क्षेत्र के दो होनहार विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान की, जिन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने में आर्थिक कारण बाधा बन चुके थे। क्षेत्र के स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों व वासियों के आग्रह पर पराशर ने इन दो बच्चों को बासठ हजार रूपए की छात्रवृति प्रदान की है। डाडासीबा की छात्रा को जेबीटी के कोर्स तो चलाली गांव के छात्र को बीसीए की पढ़ाई के लिए एकमुश्त छात्रवृति पराशर ने दी है। पराशर पहले भी कई विद्यार्थियों को स्काॅलरशिप प्रदान कर चुके हैं।

दरअसल दो बच्चों के अभिभावकों ने कैप्टन संजय से आग्रह किया था कि उनके बच्चे आगे पढ़ना चाहते हैं, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो खर्च उठा कर बच्चों को पढ़ा सकें। बड़ी बात यह भी है कि चलाली के छात्र की फीस जमा करवाने की बुधवार को अंतिम तिथि भी थी। वहीं, डाडासीबा की छात्रा का चयन प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा की गई जेबीटी की काउंसलिंग में हो गया था और उसकी पालमपुर के कॉलेज में सीट भी आरक्षित हो गई। इसके बावजूद दोनों विद्यार्थी फीस जमा नहीं करवा रहे थे। पराशर से पंचायत प्रतिनिधियों ने भी पत्र लिखकर इन बच्चों को छात्रवृति देने के बारे में कहा। कैप्टन संजय ने बुधवार को 31,000 रूपए जेबीटी के लिए अध्ययनरत छात्रा को दिए तो इतनी ही राशि बीसीए के छात्र को प्रदान कर दी।

 

छात्र ने अपनी फीस भी जमा करवा दी है। अभिभावकाें रछपाल सिंह, डाडासीबा और सुकाहर, चलाली के अजय कुमार ने कहा कि पराशर ने उनके बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए जो सहयोग दिया है, उसके वे उनके जीवन भर आभारी रहेंगे। इस वक्त बच्चों को अगर यह स्कॉलरशिप नहीं मिल पाती तो उनकी पढ़ाई बीच में ही रूक जाती। कैप्टन संजय हर किसी की मदद को हर समय तैयार रहते हैं। डाडासीबा पंचायत के उपप्रधान परमेश्वरी दास ने बताया कि सामाजिक सरोकारों को निभाने में पराशर का कोई सानी नहीं है। इन दो जरूरतमंद परिवारों की सही समय पर सहायता करके पराशर ने बच्चों का भविष्य बना दिया है। कैप्टन संजय ने कहा कि किसी भी होनहार बच्चे की पढ़ाई में आर्थिक कारण बाधा न बनें, इसके लिए उन्होंने स्कॉरलशिप का प्राेजेक्ट शुरू किया है। बताया कि उनकी सास भी जेबीटी अध्यापक रही हैं और वह जानते हैं कि ऐसे अध्यापक बच्चों को संस्कारवान युक्त शैक्षिणिक वातावरण देते हैं। जेबीटी प्रशिक्षु छात्रा की मदद करके वह खुद को भी धन्य मानते हैं।

बताते चलें कि कैप्टन संजय अब तक 134 विद्यािर्थयों को स्कॉलरशिप प्रदान कर चुके हैं और उन्होंने चिंतपूर्णी कॉलेज के 175 विद्यार्थियों का पिछले वर्ष एकमुश्त वार्षिक शुल्क भी अपनी जेब से दिया था। इसके अलावा पराशर जसवां-परागपुर क्षेत्र की मेहड़ा पंचायत में इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर सेंटर खोलने के बाद अन्य सुदूर गांवों में भी ऐसे केन्द्र खोलने की योजना बना चुके हैं, जिससे कि ग्रामीण प्रतिभाओं में निखार आए।