उमेश भारद्वाज। मंडी
सुरों में इबादत, अंदाज में इबादत, मजहब की कोई परदेदारी नहीं, फकीरों-सी दीवानगी। ऐसा सूफियाना अंदाज, जिसमें गायकी की भी अलग ही छुअन थी। सतिंदर सरताज ने जब सात सुरों की माला पिरोई तो सुकेत मंच से पूरे पंडाल में रूहानी तासीर में घुली खुशबू फैल गई। राज्यस्तरीय नलवाड़ मेले की छठी और अंतिम सांस्कृतिक संध्या सूफी गायक सतिंदर सरताज के नाम रही।
सतिंदर सरताज ने अपने सूफियाना अंदाज में पंजाबी गीत पेश करके खूब रंग जमाया। सजन राजी हो जा वे, लाओ इशेके दी अंबरा उड़रिया, मैं तो सजन एको मिके समेत एक के बाद एक अपने धमाकेदार गाने प्रस्तुत करके पंडाल में बैठे दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी और तालियां बटोरी। पूर्व मेला समिति के चेयरमैन एवं एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश कुमार ने मुख्यातिथि और विशिष्ट अतिथि को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक संध्या का आगाज सूरजमणि शहनाई वादक की धुनों के साथ किया गया। इस अवसर पर इंडियन आइडल फेम ममता भारद्वाज ने भी पहाड़ी, हिंदी और पंजाबी गाने पेश करके खूब रंग जमाया और दर्शकों को झूमने के लिए विवश कर दिया।
इसके अलावा चंबा से तारीक मलिक, जयंत भारद्वाज मंडी, नवीन सारेगामापा फेम मंडी, संजय कुमार सुंदरनगर, श्याम म्यूजिकल ग्रुप जोगिंद्रनगर, उपेंद्र कुमार सुंदरनगर, पूनम ठाकुर चौहान म्यूजिकल ग्रुप कुल्लू, रोहित सागर शिमला, मनसा पंडित शिमला, अजय धीमान नागचला मंडी, न्यू सारेगामापा म्यूजिकल ग्रुप सुंदरनगर, मल्होत्रा म्यूजिकल ग्रुप हमीरपुर, जगदीश पीडब्ल्यूडी मंडी, बिलासपुर नीरज कुमार राजकीय संस्कृत कॉलेज सुंदरनगर, रजिंदर शिमला, रुद्रांश हिमालयन कॉलेज ऑफ एजुकेशन जेएनजीईसी सोलो डांस सिरदा इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर, अरोमा नर्सिंग संस्थान विवेकानंद स्कूल श्याम म्यूजिकल ग्रुप, रामेश्वर शर्मा हिमाचली सिंगर, पंकज डोकरा कॉमेडी कांगड़ा, कुलदीप कुमार शिमला, भूप सिंह जयनगर, रमेश अंबेडकरनगर, राकेश कुमार, अमनदीप, अनुराग, रोशनी वर्मा, रुचि शर्मा लाहौल एंड स्पीति समेत अंतिम सांस्कृतिक संध्या में 45 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां पेश की और दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।