एक माह में दूसरी बार फिर हांफी विभाग की माेटर

जल शक्ति विभाग की लचर व्यवस्था से पांच पंचायतों के लोग परेशान

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

जल शक्ति विभाग की लचर कार्यप्रणाली से हजारों लोगों को एक बार फिर मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। जून महीने में दूसरी बार पानी की मोटर ने दम तोड़ा है। ज्ञात रहे कि जल शक्ति विभाग की दौलत पुर सेक्शन का वर्षों से यही हाल है और यहां के लोगों को राम भरोसे छोड़ दिया जाता है। लोगों ने विवश होकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत भी दर्ज कराई है।

कोरोना काल में जहां दिन में बार बार हाथ धोने पर दिया जा रहा है। वहीं, पर पानी मयस्सर न होने पर संक्रमण का खतरा भी मंडरा रहा है। यह बात पूर्व शिक्षक नेता और सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य कल्याण भंडारी जारी प्रेस बयान में कही। उन्होंने बताया कि विभाग के पास केवल एक ही पानी लिफ्ट करने की मोटर है, जो मुसल्सल बेवफा हो जाती है। किसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की गैर मौजूदगी में जल संकट किसी कोरोना कहर से कम नही है।

भंडारी ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की अनुसंशा अनुसार 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन खपत के हिसाब से पानी उपलब्ध होना चाहिए। साथ मे पानी की निरंतर व पर्याप्त आपूर्ति सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रदत्त मानवीय अधिकारों में से एक है। इस प्रकार पांच पंचायतों के हजारों लोगों को पानी से वंचित करना ह्यूमन राइट्स का घोर उल्लंघन है।

कल्याण भंडारी ने विभाग को चेताया कि लोग मजबूरन इस संबंध में न्यायालय का दरबाजा भी खटखटा सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर व स्थानीय विधायक पवन काजल से गुहार लगाई है कि वे तुरंत हस्तक्षेप कर पानी की किल्लत से निजात दिलाने का कष्ट करें अन्यथा पब्लिक का जन आंदोलन करने को मजबूर होना तय है।