डॉक्टर बनते ही शिवानी ने कोविड सेंटर में किया 45 मरीजों का इलाज

एसके शर्मा। हमीरपुर

25 की उम्र में डॉक्टर बनीं और पहली नियुक्ति में ही कोविड-19 केयर सेंटर में अपनी इच्छा से ड्यूटी देकर हमीरपुर की कोरोना योद्धा डॉ. शिवानी शर्मा ने चार दर्जन कोरोना मरीजों का इलाज किया। अपराजिता बनकर इस युवा डॉक्टर ने अपनी काबिलियत के दम पर आधी दुनिया को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। डॉ. शिवानी शर्मा हमीरपुर नगर परिषद के वार्ड-5 की रहने वाली हैं।

एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद 27 अप्रैल 2020 को डॉ. शिवानी शर्मा की पहली नियुक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंचरुखी जिला कांगड़ा में हुई। पीएचसी पंचरुखी चिकित्सा खंड गोपालपुर के अंतर्गत आता है। इसी चिकित्सा खंड में कोविड-19 केयर सेंटर डाढ है, जहां पर जिला कांगड़ा के कोरोना संक्रमितों को रखा गया है। डॉ. शिवानी शर्मा ने 6 से 12 जुलाई, 2020 तक कोविड-19 केयर सेंटर डाढ में ड्यूटी दी है।

इस दौरान इस सेंटर में 45 कोरोना संक्रमितों का इलाज किया गया। वर्तमान में इस सेंटर में महज 28 कोरोना मरीज रह गए हैं, जबकि शेष स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। डॉ. शिवानी के पिता धमेंद्र शर्मा नगर परिषद हमीरपुर के वाइस चेयरमैन के पद पर सेवाएं दे चुके हैं, जबकि, माता मंजू लता गृहिणी हैं। डॉ. शिवानी का भाई बीटेक कर चुका है। पिता धमेंद्र शर्मा और माता मंजू लता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। पिता ने बताया कि रविवार को सात दिन की ड्यूटी खत्म होने के बाद बेटी अब अगले 14 दिन तक संस्थागत क्वारंटीन में रहेगी।