बुध प्रदोष व्रत को करें शिवाष्टक का पाठ, खुलेंगे भाग्य के द्वार

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

आज आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि शाम को लग रही है, ऐसे में आज बुध प्रदोष व्रत है। बुध प्रदोष व्रत के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। इस व्रत मे भगवान शिव की पूजा का बिशेष महत्व है इसमें लोगों की मनोकामनाएं पुर्ण होती हैं। तथा उनके घर में खुशियों, धन, शैर्य -वैभव, बल, बुद्धि और विवेक का आगमन होता हैं। प्रदोष व्रत में सायंकाल की पूजा का महत्व होता है। आज बुध प्रदोष व्रत के दिन पूजा के समय आपको शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए। शिवाष्टक का पाठ करने से व्यक्ति पर भगवान शिव की कृपा होती है और भाग्यहीन भी सौभाग्यशाली हो जाता है।

इस व्रत के लिए निम्नलिखित वस्तुओं का होना आवश्यक है, शिवाष्टक का पाठ करने से पूर्व भगवान शिव का गाय के दूध और गंगाजल से अभिषेक करें। फिर उनको शहद, दही, सफेद चंदन, सफेद फूल, खीर, मौसमी फल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्र, अक्षत् धूप, दीप आदि ​अर्पित करें। विधिपूर्वक पूजन के बाद पूरे मनोयोग से शिवाष्टक का पाठ करें।