ग्राहक न होने से दुकानदार परेशान

नरेश धीमान। योल 

इन दिनों भले ही बाजारों को खुलने की समय सारिणी बढ़ा दी है, लेकिन बाजारों के हालात बहुत ही बदतर हो चुके हैं। बाजारों की तो मानों जैसे रौनक ही छिन चुकी है। ग्राहकों की कमी से बाजार तो बिल्कुल सूने हो चुके हैं, एसे में छोटे बाजारों के मध्यमवर्गीय व्यापारी जिनमें कई दस्तकारिता के व्यवसाय से भी जुड़े है। जिन्हें बाहरी परिवहन सेवा के बन्द होने के कारण सामान भी उपलब्ध नहीं हो रहा। एसे में मध्यम वर्गीय लोगों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो चुकी है। टंग नरवाना बलेहड़ व नरवाना बाजार के दुकानदारों से हुई बातचीत में बताया गया, कि हमारे कारोबार ठप्प पड़े हैं और खर्चे लगातार जारी हैं। ऊपर से महंगाई भी चरम पर है। सरकार से हमारी करवद्ध प्रार्थना व मांग है, कि संकट के इस दौर में प्रदेश व केन्द्र सरकार को मध्यमवर्गीय व्यवसायियो के लिए भी कोई ठोस योजनाए बनाई जाए, ताकि हमें भी राहत मिल सके।