लोकगीत मेरा पहला प्यार, हमेशा संजोकर रखूंगा अपनी सभ्यता: मोहित गर्ग

सडक़ दुर्घटना से स्वस्थ होकर लौटे गायक ने बंजारु आया हो गाने से की वापसी

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

कुछ महीने पहले सडक़ हादसे में शिकार हुए हिमाचल लोकगायक व रूनझुनुआ फेम मोहित गर्ग ने स्वस्थ होकर फिर से संगीत के क्षेत्र में वापसी कर ली है। उज्जवल हिमाचल से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि चाहने वालों की दुआओं व मां भगवती के आशीर्वाद से वह आज स्वस्थ हैं। गर्ग ने कहा कि इतने दिन संगीत से दूर रहने के बाद बंजारु आया हो गाने से वे वापसी कर रहे हैं। वहीं उनकी मां बगलामुखी जी की वंदना की एक भेंट भी जल्द ही आएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की उनके प्रोडक्शन पर एक के बाद एक गाने जल्द ही देखने को मिलेंगे।

मोहित ने कहा की अपने लोकगीत ख़ासकर कांगड़ी गीतों को बड़े स्तर ले जाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा की मेरा पहला प्यार ही लोकगीत है। ओर अपनी माटी, सभ्यता को हमेशा संजोकर रखूंगा इससे कोई छेडछाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मोहित ने कहा की लोग चाहे जितने भी पश्चिमी सभ्यता को अपनाए मगर लोग आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।

मोहित गर्ग के लोकगीत लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। मोहित के यूट्यूब चैनल सारंग स्टूडियो प्रोडक्शन पर उनके सभी गीतों को वल्डवाइड लगभग 2 करोड़ से ऊपर लोग देख चुके हैं और यह दौर अभी तक जारी है ।