बरनाला में गूंजे खालिस्तान के नारे, पुलिस में मची भगदड़

अखिलेश बंसल। बरनाला

केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल को रद्द कराने रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे किसानों का समर्थन करने बुधवार को शिअद (अमृतसर) के कार्यकर्ता भी उतरे। रेलवे यातायात को बाधित करने के लिए उन्होंने रेलवे लाईनों पर उतर खालिस्तान के नारे लगाना शुरु कर दिया। चेतावनी दी कि यदि रेलगाडिय़ां चली तो हमारे बंदे गाडिय़ों के आगे कूद कर जान दे देंगे, जिसकी ज़िम्मेदारी लोकल प्रशासन की होगी। इसकी भिनक मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस बल पहुंच गया, जिसने प्रदर्शनकारियों को रेलवे लाईनों से हटा दिया।

यह था मामला
गौरतलब हो कि विभिन्न किसान यूनिअनों के कार्यकर्ता कृषि बिल को रद्द करवाने के लिए करीब 55 दिनों से रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे हैं। जिन्होंने 15 दिन के लिए दो दिन पहले रेल गाडिय़ां चलाने के लिए रेलवे को हरी झंडी दे दी थी, ताकि उनकी मांगों पर गौर हो सके, लेकिन बुधवार को शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के नेता जसकरन सिंह (काहन सिंह वाला) के नेतृत्व में करीब 25-30 कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पहुंचे। जिन्होंने रेलवे ट्रैक पर उतर कर खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी की।

चेतावनी दी कि कि जितनी देर तक दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को बीच राह रोके जाने का सिलसिला जारी रहेगा, उतनी देर तक रेल यातायात चलने नहीं दिया जाएगा। शिअद (अ) के किसान विंग के जिला प्रधान गुरतेज सिंह ने कहा कि देश का किसान दलित मजदूर वर्ग केंद्र सरकार की नीतियों से तंग आ चुका है। केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते पंजाब का अन्नदाता सडक़ों पर रुल रहा है।

शिअद (अ) नेताओं ने पंजाब के पुराने इतिहास को याद करने पर जोर दिया। कहा कि यह ना हो कि यहां से शुरु हुई आग दिल्ली पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान दो दिन के लिए धरना देने दिल्ली जा रहे हैं। जिन्हें हरियाणा की सीमा पर रोका जा रहा है, जो कि असहनीय है। यदि राज्य व केंद्र सरकारों का रैवईया अडिय़ल रहा, तो शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) द्वारा विशालकाय संघर्ष शुरु किया जाएगा।

कैप्टन को दी नसीहत
शिअद नेताओं ने राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को नसीहत दी है कि वह भी दिल्ली से दोस्ती करना छोड़ दें। क्योंकि उनके पक्ष में मतदान पंजाब के लोगों ने करना है दिल्ली वालों ने नहीं।

ट्रैक से हटाए प्रदर्शनकारी
घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर एसपी (डी) सुखदेव सिंह विरक और डीएसपी लखवीर सिंह टिवाना भारी पुलिस सहित रेलवे स्टेशन पहुंच गए। जिन्होंने शिअद वर्करों को रेलवे ट्रैक से हटाया। लेकिन उनके द्वारा दी गई चेतावनी से शहर व रेलवे में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।

यह कहते हैं अधिकारी
एसपी (डी) सुखदेव सिंह विरक और डीएसपी लखवीर सिंह टिवाना ने कहा कि किसी भी प्रदर्शनकारी को रेलवे यातायात बाधित करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। अमन व कानून की स्थिती को बरकरार रखा जाएगा।