सुलग रहा पंखा उद्योग, मलबे में मिले 2 और कंकाल

मरने वालों की संख्या तीन पहुंची, फॉरेंसिक टीम ने किया उद्योग का निरीक्षण

उज्जवल हिमाचल। बद्दी

के काठा स्थित यश फैन एप्लायंसेस (पंखा उद्योग) में आग अभी भी सुलग रही है। हालांकि अब आग फैलने का कोई खतरा नहीं है, लेकिन आग पूरी तरह से नहीं बुझ पाई है। वहीं मलबे में दो कंकाल आपदा प्रबंधन की टीम को मंगलवार को मिले है। जिससे अब मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। मंगलवार को जो दो शव मिले है वह पंखे के ब्लेड पैकिंग यार्ड में ही मिले है। जिसके साथ भट्टी का बायलर था। जिसमें धमाका होने के बाद दीवार ढह गई थी। ब्लैड पेकिंग यार्ड में बदाऊं निवासी भानू, यूपी के बिजनौर निवासी सर्वेश शर्मा व यूपी के मुज्जफर नगर निवासी कोमल काम कर रही थी। आपदा प्रबंधन की टीम ने पहले इस यार्ड को पानी डाल कर ठंडा किया और उसके बाद इस यार्ड की बाहर की ओर से दीवार तोड़ कर अंदर गए। जहां पर मलबे के नीचे यह दोनों शव मिले। भानू का शव सोमवार को मिल चुका था। शव पुरी तरह से पिघल कर एक पालीथीन की तरह हो गए थे। अब यह पता नहीं चल रहा था कि यह शव किसका है। चीफ फायर आफिसर ने बताया कि तीन महिलाएं लापता होने की सूचना उन्हें प्रंबधकों ने दी थी जिनके शव उन्हें मिल गए हैं।


कल जो शव मिला उसका कुछ हिसा नहीं जला था जिसके आधार पर उसकी पहचान भानू ऊर्फ मोहसीन के रूप में हो गई थी। आज जो शव मिले उसमें कोमल व सर्वेश शर्मा का कोई पता नहीं चला है इनका डीएनए टेस्ट होने के बाद ही शिनाख्त हो पाएगी। उन्होंने बताया कि इस आगजनी में दस वाहनो का इस्तेमाल किया गया तथा एक सौ से अधिक गाडियां पानी का प्रयोग हुआ। अब जो ढांचा खड़ा है अगर और पानी डाला गया तो यह नीचे बैठ जाएगा। इसलिए इस पर पानी नहीं डाला जा रहा है। अब आग फैलने का कोई खतरा नहीं है। फायर ब्रिगेड मौके पर ही तैनात है।

पूरी तरह आग बुझने पर होगा निरीक्षण

वहीं मौके का निरीक्षण करने पहुंचे डायरेक्टर फॉरेंसिक डॉक्टर अरुण शर्मा ने बताया कि फिलहाल आग पूरी तरह से उद्योग में नहीं बुझ पाई है जिसके चलते निरीक्षण पूरी तरह से नहीं हो पाया है। जैसे ही आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया जाएगा तभी उद्योग का निरीक्षण किया जा सकता है और कारणों का पता तभी लग पाएगा।

डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया

एएसपी बद्दी नरेंद्र कुमार ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान दो शव बरामद हुए हैं। आग में झुलसने के कारण सब पूरी तरह से पिघल चुके हैं, जिसके चलते उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। शवों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है ताकि सब की शिनाख्त हो सके उद्योग प्रबंधक द्वारा तीन मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई गई थी जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं वही उद्योग प्रबंधन के खिलाफ धारा 285 वह 336 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।