हिमाचल : ठोस कचरा प्रबंधन की बैठक में कूड़े के निष्पादन पर हुई चर्चा

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

 

अतिरिक्त उपायुक्त किरण भड़ाना ने आज यहां बचत भवन में जिला पर्यावरण योजना तथा ठोस कचरा प्रबंधन की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होनें जिला के अधिकारियों से डोर टू डोर कचरा एकत्रिकरण, ठोस एवं तरल कचरा को अलग करना और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक एवं कचरा प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डालने को कहा। उन्होनें प्लास्टिक एवं पाॅलिथिन के दुष्प्रभाव पर अधिकारियों के साथ गहन विचार विमर्ष किया।
उन्होनें नगर पंचायत एवं नगर निगम के अधिकारियों से औचिक निरिक्षण करने पर बल दिया, जिससे कूड़ा कर्कट एवं डपिंग की समस्या से लोगों को निजात मिल सके। उन्होनें सरकारी एवं निजी अस्पतालों में बायो मेडिकल कचरा प्रबंधन पर ध्यान देने को कहा ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो।

उन्होने बताया कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए स्वच्छता ही सेवा, पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ, स्वच्छ सुंदर शौचालय, कोविड-19 माॅस्क वितरण अभियान, गंदगी मुक्त भारत आदि विभिन्न जागरुकता अभियानों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला शिमला में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के तहत स्थाई तथा अस्थाई शेड का निर्माण किया गया है तथा पानी की गुणवत्ता प्रबंधन के तहत हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड द्वारा हर महीने पानी के सैंपल एकत्रित किए जाते है।

उन्होंने बताया कि ध्वनि प्रदूषण प्रबंधन के तहत पुलिस विभाग द्वारा समय समय पर अधिनियम के अंतर्गत उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। वहीं परिवहन विभाग द्वारा नाॅ होंक विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 24 क्षेत्रों को साइलेंस जोन अधिसूचित किया गया है। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था राहुल चौहान, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल सचिन कनवाल, अधीक्षण अभियंता सुरेश कपूर, परियोजना अधिकारी डीआरडीए संजय भगवती तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी गण व कर्मचारी उपस्थित थे।