नगर परिषद जोगिंदरनगर में ठोस कचरे के निष्पादन का समाधान

जतिन लटावा। जोगिंद्र नगर

चल्हारग स्थित नगर परिषद की डंपिग साइट में शहर का कचरा डंप होगा। ऐसे में डंपिग के लिए प्रति माह खर्च होने वाले एक लाख रुपये की बचत होगी। गीले और सूखे कचरे का विज्ञानिक ढंग से निष्पादन किया जाएगा। प्लास्टिक युक्त कचरे को ठिकाने लगाने के लिए भी नगर परिषद ने सीमेंट कंपनी से करार कर रखा है। शहर में स्वच्छता प्रहरी के तौर पर निजी सफाई कर्मचारियों की भी टीम तैनात है, जिनके माध्यम से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग किया जाता है। स्वच्छ जोगिंदरनगर स्वस्थ जोगिंदरनगर मुहिम के तहत नगर परिषद जोगिंदरनगर में करीब 70 लाख रुपये की लागत से कूड़ा संव‌र्द्धन संयंत्र स्थापित किया जाएगा।

नगर परिषद जोगिंदरनगर में डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्शन योजना पर सालाना 25 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। प्रत्येक घरों और दुकानों से भी गीले और सूखे कचरे को उठाने के लिए एक वाहन की व्यवस्था की गई है। सभी वार्डो में गीले कचरे के निपटान के लिए आधुनिक पिट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। जहां पर गीले कचरे का विज्ञानिक ढंग से कचरे का निपटान कर खाद तैयार की जाएगी। सूखे कचरे से नगर परिषद हो रही है मालामाल नगर परिषद जोगिंदरनगर में सूखे कचरे के ढेरों को प्लास्टिक सीमेंट कंपनी के सुपुर्द किया जा रहा है। जहां से नगर परिषद को आमदनी भी हो रही है। बीते कुछ माह में पांच सौ क्विंटल सूखा कचरा सीमेंट कंपनी को भेजा गया। शहर के सूखे कचरे और प्लास्टिक को सीमेंट कंपनी के सुपुर्द करने का करार किया गया है।