राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने मनाया स्थापना दिवस

एसीएस ने प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को किया पुरस्कृत

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

राज्य कर एवं आबकारी विभाग का 51वां स्थापना दिवस लायंस क्लब धर्मशाला के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी शर्मा ने कहा कि विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी डयूटी का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग की आईटी विभाग की बेहतर कार्यप्रणाली के लिए कारगार कदम उठाए जा रहे हैं, विभाग की विभिन्न गतिविधियों को ऑनलाइन भी किया जा रहा है, ताकि लोगों को भी बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य के वस्तु एवं सेवा कर में इस वित्तीय वर्ष में निरंतर सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।

यह भी देखें : दिव्य काशी-भव्य काशी’ कार्यक्रम में वाराणसी पहुंचे सीएम जयराम….

वस्तु एवं सेवा कर में यह सकारात्मक बढ़ोतरी दर्ज करने के पीछे करदाताओं की निगरानी, क्षेत्रीय अधिकारियों के प्रदर्शन की निगरानी, विभाग द्वारा प्रभावी ढंग से अपनी गतिविधियों का संचालन, ई-वे बिलों का भौतिक सत्यापन और आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी मुख्य कारक रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में नवंबर, 2021 तक सकल वस्तु एवं सेवा कर संग्रह 2815.53 करोड़ रुपए रहा है, जो कि गत वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 2023.70 करोड़ रुपए था और इस तरह गत वर्ष के मुकाबले जीएसटी संग्रह में अभी तक 39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने कर्तव्यनिष्ठा की शपथ भी दिलाई।

इस अवसर पर आयुक्त युसुफ खान ने कर्मचारियों एवं अधिकारियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध पूरा करने के लिए भी सकारात्मक कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिए। इससे पहले संयुक्त आयुक्त विवेक महाजन ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। संयुक्त आयुक्त रविंद्र चौधरी ने सभी अतिथिगणों का धन्यवाद भी किया।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी शर्मा ने कर संबंधी मामलों पर जोनल स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय नगरोटा सूरियां प्रथम, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्धितीय तथा राजकीय महाविद्यालय बगांणा जिला ऊना के तृतीय स्थान पर रहे विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त हितेश शर्मा सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।